पांवटा साहिब (एमबीएम न्यूज़): किशनपुरा में लगभग पूरा हो चुके पुल का एक किनारे की सुरक्षा दीवार पुल के उदघाटन से पहले ही टूट गया है। पुल का किनारा इस लिए टूटा, क्योंकि यहां बजरी से लदा एक ट्रक खड़ा हो गया था। पुल की सुरक्षा दीवार ट्रक का बोझ नहीं सहन कर पाई और ट्रक सहित जमींदोज हो गई।
इस घटना के बाद एक बार फिर पुल निर्माण में अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। दरअसल पहले भी निर्माणाधीन पुल का एक पिलर गिर गया था। विधायक सुखराम चौधरी ने मामले घपले की आशंका जताई है और जांच की बात कही है। जबकि पांवटा रोड सेफ्टी क्लब के अध्यक्ष भजन चौधरी ने कहा कि पुल निर्माण में घपला कर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
सरकारी विभागों की लापरवाही व ठेकेदारों की मनमानी सरकारी योजनाओं को किस तरह पलीता लगा रही है, किशनपुरा में बाता नदी पर बन रहा पुल इसकी बानगी है। लगभग 12 करोड रुपए की लागत से बने किशनपुरा संतोषगढ़ पुल के किनारे की सुरक्षा दीवार महज इसलिए जमींदोज हो गई, क्योंकि उस पर एक बजरी से लदा कांट्रेक्टर का खुद का ही ट्रक खड़ा हो गया था और पुल के किनारे के साथ ट्रक भी करीब 50 फुट नीचे जा गिरा।
जरा सोचिए, जिन वाहनों का वजन सहन करने के लिए पुल के किनारे सुरक्षा दीवार बनाई गई थी, उन्ही वाहनों का वजन यह दीवार सहन नहीं कर पाई तो इस दीवार के निर्माण में निर्माण सामग्री वह कितने उच्च स्तरीय इंजीनियरिंग लगी है। गनीमत यह रही कि इस ट्रक में सिर्फ चालक मौजूद था और उसे भी हल्की-फुल्की चोट नहीं आई है। ट्रक की जगह कोई बस या यात्रियों से लदा कोई और महान होता तो कितना जानी नुकसान हो सकता था।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि इस पुल के निर्माण में बार-बार अनियमितताएं सामने आने के बावजूद भी कार्य की गुणवत्ता को लेकर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। दरअसल पहले भी एक बार फूल का एक बड़ा पिलर गिर गया था। तब भी विभाग ने जांच के नाम पर लीपापोती कर मामला रफा-दफा कर दिया था। सवाल इस बात को लेकर भी उठाए जा रहे हैं कि फूल के किनारों की सुरक्षा के लिए क्रेट वाल क्यों लगाए जा रहे हैं, आरसीसी की दीवार क्यों नहीं बनाई गई।
सवाल यह भी खड़ा हो गया है कि क्रेट वॉल की गुणवत्ता में जानबूझकर क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है। जबकि भारी भरकम विभागीय अमला निर्माण कार्यों की निगरानी में होता है। पांवटा साहिब के वर्तमान विधायक सुखराम चौधरी ने इस मामले पर विभाग व पूर्व सरकार दोनों पर सवाल उठाए हैं। सुखराम चौधरी ने कहा कि मामला कार्य में अनियमितताओं का है इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की जाएगी।
सुखराम चौधरी ने कहा कि सीपीएस रहते उन्होंने यह पुल पास कराया था और पूर्व विधायक ने चुनाव नज़दीक आते देख एनसीसी कम्पनी के अपने चहेते ठेकेदार को शीघ्र कार्य खत्म करने को कहा था, ताकि जल्द इसका फायदा मिल सके। जिसके चलते इसमें न्यूनतम गुणवत्ता की सामग्री इस्तेमाल की गई है।
ट्रक के बोझ से सुरक्षा दीवार गिरने के मामले को स्थानीय रोड सेफ्टी क्लब ने भी गंभीर बताया है। रोड सेफ्टी क्लब के अध्यक्ष भजन चौधरी ने कहा कि करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी जनता की जान से इस तरह का खिलवाड़ गंभीर मामला है। सरकार व जिम्मेदार विभागों को निर्माण में अनियमितताओं की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च स्तरीय जांच की मांग की जाएगी। साथ ही इस सम्बन्ध में गुणवत्ता की जांच करने वाले लोनिवि के जेई , एसडीओ सहित एक्सईएन से भी जवाब मांगा जाना चाहिए।