शिमला/दिल्ली (एमबीएम न्यूज): पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी व तारिणी ग्रुप ऑफ कंपनी के निदेशक वकामुल्ला चंद्रशेखर को प्रवर्त्तन निदेशालय ने मनी लॉंड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया है। केंद्रीय एजैंसी ने मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत देर रात यह कार्रवाई की है।
प्रवर्त्तन निदेशालय कह चुका है कि वकामुल्ला ने तत्कालीन सीएम व परिवार को 5.9 करोड़ का भुगतान अपने तीन निजी बैंक खातों से किया था। जब इस राशि के स्त्रोत की जांच की गई तो पाया गया कि यह राशि वैब ऑफ फर्मस से जुटाई गई थी, जो एंट्री ऑपरेशन में शामिल थी। सनद रहे कि हाल ही में विशेष अदालत ने वीरभद्र सिंह व प्रतिभा सिंह के अलावा तीन आरोपियों को तलब किया था।
प्रवर्त्तन निदेशालय का कहना रहा है कि केंद्रीय इस्पात मंत्री रहते हुए वीरभद्र सिंह ने 7 करोड़ रुपए की राशि को एग्रीकल्चर इन्कम बताया था। इसी से एलआईसी की पॉलिसियां खरीदी गई। सीबीआई ने अलग से मामला दर्ज किया था।
सीबीआई ने चुन्नी लाल चौहान, स्टाम्प पेपर वेंडर जोगिंद्र सिंह, वी चंद्रशेखर को आरोपी बनाया, जबकि लवण कुमार, प्रेमराज व राम प्रकाश भाटिया को सह आरोपी बनाया गया था। सीबीआई का तर्क रहा है कि वीरभद्र सिंह ने इस्पात मंत्री रहते हुए 10 करोड़ रुपए की सम्पत्ति आय से अर्जित की है।