कोर्ट की कैंटीन में आरोपियों ने चाय पकोड़े का लिया मजा
शिमला (एमबीएम न्यूज़): कोटखाई के बहुचर्चित गुड़िया मर्डर मामले के एक आरोपी सूरज की लॉकअप में हुई हत्या के मामले में जिला व सत्र अदालत ने निलंबित आईजी जहूर एच जैदी, एसपी डीडब्ल्यू नेगी, डीएसपी मनोज जोशी और छह अन्य पुलिसवालों की न्यायिक हिरासत 11 दिन के लिये आगे बढ़ा दी है। इन सभी आरोपियों को सीबीआई ने मंगलवार को अदालत में पेश किया था। इस मामले की अगली सुनवाई अब 23 फरवरी को होगी।
उधर, आरोपियों के आवाज के नमूने लेने सम्बंधी सीबीआई की अर्जी पर पिछली कई सुनवाईयाँ की तरह मंगलवार को एक बार फिर अदालत में सुनवाई नहीं हो पाई। आरोपी पुलिस वालों की पैरवी के लिए कोई भी वकील कोर्ट में नही आया, इस वजह से अदालत ने अब इस मामले की सुनवाई भी 23 फरवरी को तय की है।
खास बात ये रही कि आरोपी पुलिस वालों ने आज कोर्ट की कैंटीन में चाय-पकौड़े का मजा लिया। दरअसल सुनवाई के लिए सभी आरोपियों को कोर्ट में लाया गया था। जज के पहुंचने से पहले आरोपियों को कोर्ट परिसर की केंटीन में बिठाया गया, जहां आईजी सहित अन्य आरोपी पुलिस वालों ने चाय के साथ पकोड़ों का सेवन किया।
बता दें कि सूरज की 18 जुलाई की रात्रि कोटखाई थाने के लॉकअप में हत्या कर दी गई थी। आईजी जैदी की अगुवाई में पुलिस की एसआईटी ने गुड़िया केस में सूरज को गिरफ्तार किया था।
हाईकोर्ट ने 19 जुलाई को गुड़िया व सूरज हत्या के
दोनों मामलों की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। 29 अगस्त को सीबीआई ने आईजी जैदी व डीएसपी मनोज जोशी सहित आठ पुलिस वालों को गिरफ्तार किया था। जबकि तत्कालीन एसपी डीडब्ल्यू नेगी को 16 नवम्बर को गिरफ्तार किया गया। आईजी व 7 अन्य पुलिसवालों के खिलाफ सीबीआई द्वारा 600 पन्नों की चार्जशीट अदालत में दायर की जा चुकी है। वहीं एसपी नेगी के खिलाफ चार्जशीट सीबीआई अभी तक दाखिल नहीं कर पाई है।
गौरतलब है कि दसवीं कक्षा की छात्रा गुड़िया का शव विगत वर्ष 6 जुलाई को शिमला जिले के कोटखाई के जंगल से बरामद हुआ था। पोस्टमार्टम में सामने आया कि सामूहिक बलात्कार के बाद उसे मौत के घाट उतारा गया। इस केस ने जबरदस्त तूल पकड़ा था और शिमला से कोटखाई तक लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए थे।