मंडी (वी कुमार) : कांग्रेस के जबाव दे सांसद, हिसाब दे सांसद स्लोगन के बाद प्रदेश में राजनीति गर्माती हुई नजर आ रही है। एक तरफ जहां कांग्रेस प्रदेश के भाजपा सांसदों से उनके अब तक के कार्यकाल का जबाव और हिसाब मांग रही है, वहीं दूसरी तरफ सांसदों ने भी कमर कसकर कांग्रेस के इस नारे का जबाव देने की तैयारी कर ली है।
जिला संसदीय क्षेत्र के सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कहा कि वह जबाव भी देंगे और हिसाब भी देंगे, लेकिन कांग्रेस को नहीं बल्कि उस जनता को जिन्होंने उन्हें चुनकर संसद में भेजा है। रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि कांग्रेस हारकर विपक्ष में बैठकर भाजपा सांसदों के साढ़े तीन वर्षों का हिसाब मांग रही है जबकि 50 वर्षों तक शासन करने वाली कांग्रेस को पहले अपना हिसाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व में जो सांसद कांग्रेस के रहे पहले उन्हें अपना हिसाब और जबाव जनता को देना चाहिए।
राम स्वरूप शर्मा ने जिला संसदीय क्षेत्र की बात करते हुए कहा कि यहां से वह 16वें सांसद के रूप में चुनकर गए हैं जबकि इससे पहले 13 बार सांसद राजा-रानी ही थे। उन्होंने कहा कि चार बार वीरभद्र सिंह और दो बार उनकी धर्मपत्नी प्रतिभा सिंह यहां से सांसद रही पहले उन्हें अपने इस कार्यकाल का जनता को हिसाब देना होगा। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह केंद्र में मंत्री भी रहे लेकिन कोई बड़ा काम मंडी संसदीय क्षेत्र के लिए नहीं कर सके।
उन्होंने कहा कि पूर्व सांसदों ने क्या किया और क्या नहीं इसका हिसाब भी उनके पास मौजूद है और इसे वह समय आने पर जनता के समक्ष पेश करेंगे। राम स्वरूप शर्मा ने कहा कि आज ऐसे सांसद से हिसाब मांगा जा रहा है जो लगातार संसद में मुद्दे उठाता रहा और जनता के बीच मौजूद रहा। उन्होंने कांग्रेसी नेताओं को भाजपा सांसदों के कार्यों की जानकारी इंटरनेट से हासिल करने की भी सलाह दी।
राम स्वरूप शर्मा ने कहा कि मोदी राज में प्रत्येक सांसद की गतिविधि रोजाना इंटरनेट पर अपडेट की जाती है और कांग्रेसी वहां से पूरी जानकारी ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि महज चुनावों को देखकर कांग्रेस भ्रामक प्रचार करने पर उतारू हुई है।