सोलन (एमबीएम न्यूज): शुक्रवार सुबह 9 बजे हिमाचल पथ परिवहन निगम के चालक की मौत हो गई। वजह हार्टअटैक बताई जा रही है। कसौली के गढख़ल के रहने वाले 55 वर्षीय जीत सिंह ने जैसे ही मुद्रिका बस (एचपी64-7944) को बस स्टैंड पर पार्क किया वैसे ही मौत हो गई।
हालांकि यह जांच का विषय है, लेकिन बताया जा रहा है कि बस में सीट पर ही दम तोड़ दिया। स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता, लेकिन यह भी माना जा रहा है कि चालक ने हार्टअटैक के दौरान भी साहस दिखाकर बस को बस स्टैंड तक पहुंचाया होगा।
सूत्रों ने फोन कर एमबीएम न्यूज नेटवर्क को बताया कि बस का चालक एक अरसे से दिल का रोगी था। प्रबंधन से बार-बार छुट्टी की मांग कर रहा था, लेकिन सहयोग नहीं मिल रहा था। सूत्रों का यह भी कहना है कि प्रबंधक से दिल के रोगी चालक को पंप या फिर कार्यालय में डयूटी देने का आग्रह किया गया था, लेकिन इसे भी नकार कर ड्राईविंग करवाई जा रही थी।
सूत्रों का यह भी कहना है कि शनिवार को निगम के चालक व परिचालक इस मामले पर बैठक कर सकते हैं। बहरहाल सवाल यही है कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंधन द्वारा दिल के रोगी से ड्राईविंग क्यों करवाई जा रही थी। फिलहाल इस मामले में मृतक चालक के परिजनों ने प्रबंधन को किसी भी तरह की शिकायत नहीं दी है, लेकिन अंदरखाते सोलन डिपो के चालकों व परिचालकों में रोष की लहर है।
उधर जब इस बाबत क्षेत्रीय प्रबंधक सुरेश धीमान से पूछा गया तो दो बार फोन काट दिया। बार-बार पूछे जाने पर केवल इतना कहा कि नियमानुसार छुट्टी दी जाती थी। उन्होंने कहा कि वह ज्यादा नहीं बता सकते हैं।
उधर इस मामले में एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर से बात की तो वह घटना को सुनकर स्तब्ध रह गए। उन्होंने कहा कि वह दुख की घड़ी में परिवार के साथ हैं। परिवहन मंत्री ने कहा कि निश्चित तौर पर ही मामले की जांच करवाई जाएगी। अगर कोई कोताही पाई जाती है तो कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।