शिमला(एमबीएम न्यूज़): हिमाचल कांग्रेस द्वारा पूर्व मंत्री रंगीला राम व तीन पूर्व विधायकों सहित 37 नेताओं के निष्कासन पर जहां पार्टी का एक खेमा पीसीसी अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के खिलाफ लामबंद है, वहीं दूसरी तरफ सुक्खू के भी समर्थन में कुछ नेता बचाव में आ गए हैं। कांग्रेस पार्टी के सचिव बलदेव ठाकुर ने प्रदेश अध्यक्ष सुक्खू के फैसले का बचाव किया है।
बलदेव ठाकुर ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि पिछले दिनों कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्षों तथा ब्लॉक पर्यवेक्षकों की बैठक में भी पार्टी के विरोध में काम करने का मुद्दा जोर-शोर से उठा था साथ ही संबंधित क्षेत्र के उम्मीदवारों ने भी इन व्यक्तियों की शिकायत लिखित में प्रदेश कांग्रेस कमेटी को दी थी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मामला दिल्ली हाईकमान को भेजा था तथा हाईकमान की अनुशंषा मिलने के बाद ही कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने इन के निष्कासनो पर मोहर लगाई है।
बलदेव ठाकुर का कहना है कि 37 लोगों के निष्कासन का दोष सिर्फ सुखविंदर सिंह सुक्खू को देना गलत है। उन्होंने कहा की पीसीसी प्रमुख ने अपनी मर्जी से किसी को पार्टी से नहीं निकाला है, बल्कि पार्टी की मीटिंग में संबंधित क्षेत्र के नेताओं जिसमें सभी ब्लॉक अध्यक्ष तथा पर्यवक्षक शामिल थे सभी ने भीतरघातियों के ऊपर कार्रवाई का आग्रह किया था जिसके बाद निष्कासन की कार्रवाई हुई ।