घुमारवीं (सुभाष कुमार गौतम) : जिला उपमंडल अधिकारी कार्यालय में भूमि की रजिस्टरी जैसे दान पत्र, समर्पणपत्र, स्टैम्प पेपर की फीस बैंकों में जमा न होने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिस कारण लोगों को बिलासपुर के चक्कर काटने पड़ते हैं तथा जो काम एक दिन में होना होता है वह चार दिनों में भी नहीं हो पाता है। क्षेत्र के लोगों ने इस बात को पहले भी कई बार उठाया लेकिन कोई हल नहीं निकलता।
स्थानीय लोगों रवि कुमार, आशा, वृजलाल, कर्म देव, राजेश कुमार, नंद लाल, कुलदीप सिंह, रविन्द्र कुमार, राजकुमार, राकेश कुमार, ने बताया कि क्षेत्र में लोग अपनी भूमि की जो रजिस्टरी करते हैं या भूमि का समर्पणपत्र या दानपत्र करवाते है उनकी जो ई-रजिस्टर फीस बैंको में जमा होती है वह क्षेत्र के बैंकों में जमा नहीं की जाती है।
गौरतलब है कि सरकार ने इस फीस को जमा करने के लिए केंद्रीय बैंक अधिकृत किए हैं जिनमें यूको बैंक व केनरा बैंक शामिल हैं और यह बैंक क्षेत्र में भी हैं। लेकिन इन बैंकों के अधिकारियों द्वारा साफ मना किया जाता है कि हमारे पास रजिस्टरी फीस जमा नहीं होती है और लोगों को मजबूरी में बिलासपुर जाना पड़ता है। जो काम एक दिन में होना होता है वह चार दिनों में होता है जबकि पैसा समय अधिक लगता है, जिस कारण क्षेत्र के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
एसडीएम शशी पाल का कहना है कि मामला उनके ध्यान में आया है और लोगों की परेशानी को देखते हुए बैंक के उच्च अधिकारीयों से इस बारे में बात की जाएगी ताकि क्षेत्र के बैंकों में भी यह फीस जमा हो सके और लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े।