पावंटा साहिब (एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया है। समाज में अनुशासन बरकरार रखते हुए जनता की पहरेदार बनी पुलिस मानवता को दरकिनार कर अपनी ड्यूटी करती रही। मामला बीते रविवार देर शाम का है जहां दुर्घटना होने के बाद सड़क पर तड़पता व्यक्ति पुलिस से अस्पताल ले जाने की गुहार लगाता रहा परंतु पुलिस जवान मौके की फोटोग्राफी करते रहे।
इसका एक वीडियो भी वायरल हो गया है जिसमें पुलिस की बेरहमी साफ नज़र आ रही है। जिसमें घायल को इस कडकती ठण्ड के मौसम में सड़क पर तड़पता छोड़ पुलिस टीम द्वारा फोटोग्राफी की जाती रही। इस घटना से पुलिस की कार्यशैली पर बहुत बडा प्रश्न चिन्ह खडा हो गया है। देवभूमि हिमाचल की पुलिस को बेहद शांत व मददगार पुलिस के रूप में देखा जाता परंतु अब शायद हिमाचल पुलिस का रवैया बदलता जा रहा है। खाकी पर पिछले एक साल में कई दाग लगे हैं, जिसके चलते खाकी लगातार जनता का विश्वास खोती जा रही है।
ऐसा ही एक वीडियो बीते कल सामने आया है, जिसमें हिमाचल पुलिस एक बार फिर सवालों के कटघरे में खड़ी हो गई है। मामला शहर के राजबन से जुड़ा है। यहां एक बाइक और स्कूटी की जबरदस्त टक्कर में घायल व्यक्ति अस्पताल पहुंचाने के लिए पुलिस जवानों से मदद की गुहार लगाता रहा, लेकिन पुलिस टीम मौके की फोटोग्राफी करने में व्यस्त रही। यह भिडंत शिलाई रोड़ पर राजबन के पास हुई। स्कूटी पर मुकेश और सरवजीत सिंह सवार थे जबकि मोटरसाइकिल पर राकेश और सतपाल सवार थे जिसमें चारों को चोटें आई है। जिसके वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे है।
एक वीडियो में पुलिस घायल के मूक दर्शक बनी साथ खडी है और दूसरे में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाला स्थानीय युवक अपनी आपबीती सुना रहा है। घायल बार-बार मौके पर पहुंची पुलिस से उसे अस्पताल पहुंचाने की गुहार लगाता रहा कि “इतनी भी रहमत नहीं है क्या, ये मुझे अपनी गाड़ी में नहीं ले जा सकता, मेरे छोटे बच्चे हैं, मुझे बचा लो।” पर पुलिस तमाशबीन बनी रही। इतना ही नहीं जब मौके पर आस-पास के आम लोगों ने घायल की मदद की तो पुलिस जवान उन्हीं पर भड़क उठे और वो बोलने लगे “तुम ज्यादा डीसी लगे हो यहां, अगर तुम्हें जल्दी है तो तुम ले जाओ इस घायल को अस्पताल।”
उसके बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने अपनी निजी गाडी से घायल को अस्पताल पहुंचाया परंतु मूकदर्शक बने खडे पुलिस जवानों ने घायलों को हाथ तक लगाने की तकलीफ़ नहीं उठाई। बीते कल प्रदेश के वन, परिवाहन व खेल मंत्री के दौरे के दौरान शाम करीब 6 बजे पेश आये इस मामले में दुर्घटना के मौके पर पहुंचने में 108 ऐंबुलेंस को वक्त लगना था। मामले की सूचना मिलते ही राजबन चौकी की पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और फोटोग्राफी करने लगी और इस कडकती ठंड में घायल व्यक्ति को तडपता देखती रही। इस मामले में एसपी रोहित मालपानी से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अगर ऐसी कोई शिकायत आती है तो निश्चित रूप से जांच और कार्रवाई होगी।