शिमला (एमबीएम न्यूज़) : राजधानी के ढली थाना अंतर्गत कोटी फॉरेस्ट रेंज में अवैध पेड़ कटान मामले की जांच पुलिस ने तेज कर दी है। डीएसपी सिटी की अगुवाई में जांच टीम ने सोमवार को कोटी जंगल में उस जमीन की पैमाईश शुरू की, जहां से 400 से अधिक दरख्त काटे गए हैं। इस मामले में आरोपी ठेकेदार कह चुका है कि उसने अनुमति लेकर अपनी निजी जमीन से पेड़ काटे हैं, लेकिन वन विभाग के मुताबिक आरोपी ने पेड़ काटने की अनुमति नहीं ली थी।
दिलचस्प यह है कि इस मामले के तार अब अवैध खनन से जुड़े होने की बात सामने आई है, क्योंकि पुलिस पूछताछ में आरोपी ने खनन विभाग द्वारा जारी एक प्रमाणपत्र पुलिस को दिखाया है। सूत्रों के अनुसार आरोपी की तरफ से बताया गया है कि उसने खनन के लिए औपचारिकताएं पूरी कर ली थीं। बहरहाल यह प्रमाण पत्र असली है या नकली, इस पर स्थिति पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। पुलिस जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
जांच अधिकारी व डीएसपी सिटी दिनेश शर्मा ने बताया कि हमने उस भूमि की पैमाइश शुरू कर दी, जिससे सैंकड़ों पेड़ काटे गए हैं। पैमाइश पूरी करने में कुछ और दिन लगेंगे। जमीन की पैमाइश के बाद ही इस मामले में जांच आगे बढ़ पाएगी। डीएसपी ने आगे कहा कि इस मामले के एक आरोपी ने खनन विभाग से जारी एक दस्तावेज हमें दिखाया है, जिसकी पूरी पड़ताल की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में फिलहाल कोई गिरफतारी नहीं हुई है।
बता दें कि पिछले कल ही वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने घटनास्थल का दौरा कर पुलिस व वन विभाग को मामले की जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने साथ ही इस मामले को उजागर करने वाले वन अधिकारियों व कर्मियों को सम्मानित करने की बात भी कही है।कोटी फारेस्ट रेंज क्षेत्र शिमला शहर के पास पड़ता है। चार दिन पहले वन विभाग ने इस क्षेत्र में 400 से अधिक पेड़ काटे जाने का मामला ढली थाने में दर्ज करवाया था।
बताया जाता है कि इलाके में काफी अरसे से पेड़ कटान हो रहा था, लेकिन वन महकमे को इसकी भनक तक नहीं लग पाई।