शिमला (एमबीएम न्यूज़): प्रदेश सरकार तत्तापानी में धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के प्रति वचनबद्ध है इसकी खोई हुई भव्यता को पुर्नबहाल किया जाएगा। गर्म पानी के चश्मों व नहाने के स्थलों की पुर्नबहाली का मामला शीघ्र ही राष्ट्रीय थरमल पॉवर निगम तथा सतलुज जल विद्युत निगम के साथ उठाया जाएगा तथा इसकी विस्तृत परियोजना रिर्पोट तैयार की जाएगी, ताकि कार्य शीघ्र आरम्भ किया जा सके। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर आज मण्डी जिला की करसोग तहसील के तत्तापानी में जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने मकर संक्रांति मेला तत्तापानी को जिला स्तरीय मेला घोषित किया।
उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थल जैसे माहुनाग, कामरूनाग, शिकारी देवी तथा रिवालसर को धार्मिक दृष्टि से विकसित कर पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा और मामले को केन्द्र सरकार के साथ उठाया जाएगा।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि तत्तापानी में मकर संक्रांति उत्सव धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
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पुरानी यादों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वे पूर्व में यहां सतलुज नदी के किनारे पवित्र स्नान करते थे। उन्होंने कहा कि तत्तापानी तथा साथ लगते क्षेत्रों के लिए यह त्यौहार बहुत ही महत्वपूर्ण है। प्रदेश में धार्मिक तथा साहसिक पर्यटन की आपार सम्भावना है।
उन्होंने कहा कि हालांकि यह निश्चित था कि भाजपा सत्ता में आएगी परन्तु मुख्यमंत्री को लेकर क्यास लगाए जा रहे थे। जब नतीजे आएं तो यह स्पष्ट नहीं हो रहा था कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने हालांकि थुनाग की रैली के दौरान यह संकेत दिए थे कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी परन्तु मैंने यह स्वपन में भी नहीं सोचा था कि मुझे मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश के लोगों की सेवाएं करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
उन्होंने इसका श्रेय मण्डी के लोगों को दिया जिन्होंने भाजपा को जिले में भारी बहुमत से जिताया और कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई। कांग्रेस नेताओं को चुनाव हारने की टीस अभी तक है परन्तु उन्हें लोगों द्वारा दिए गए जनादेश को दिल से स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आगे प्रदेश के लोग कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने का इन्तजार कर रहे थे। जिसने राज्य को 46 हजार 500 करोड़ रुपये के ऋण के नीचे धकेल दिया है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र से वित्तीय सहायता के बावजूद प्रदेश में विकास शून्य रहा। चुनाव नजदीक आते ही पूर्व मुख्यमंत्री तथा अन्य मंत्रियों द्वारा 40 से 50 उद्घाटन व शिलान्यास प्रतिदिन अपने कार्यालय से ही किए गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश के भोलेभाले लोगों को मुर्ख बनाने का प्रयास किया। शिलान्यास व उद्घाटन पट्टिकाएं बाद में स्थापित करने के लिए गाड़ियों द्वारा भेजी गई। विकास का श्रेय लेने की यह एक नई संस्कृति आरम्भ की गई है। उन्होंने कहा कि शिलान्यास व उद्घाटन करने का यह कोई सही तरीका नही है।
उन्होंने कहा कि राज्य के वृद्धजनों को लाभान्वित करने के लिए बिना आय की सीमा से प्रदान की जाने वाली वृद्धावस्था पैंशन की आयु सीमा को 80 वर्ष से घटा कर 70 वर्ष करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि सभी सरकारों की बुजुर्गो के प्रति यह दायित्व बनता है। उन्होंने आवारा पशुओं के बारे में लिए गए निर्णय के बारे में भी जानकारी दी तथा कहा कि इस बार नीति बनाने के लिए एक उप-समिति का गठन किया गया है।
उन्होंने पंचायतों से इस बार सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में लगे सेवानिवृतों को भी बाहर करने का भी निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि कई बार पूर्ननियुक्तों की सेवा को जारी रखना महत्वपूर्ण हो जाता है परन्तु कांग्रेस का हजारों को पुनः रोजगार देने का निर्णय बेतुका था जबकि प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या में वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार का बेरोजगारी भत्ता देने का निर्णय भी गलत था।
मुख्यमंत्री ने एसजेवीएनएल को तत्तापानी के नजदीक मैदान विकसित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने करसोग बाईपास की विस्तृत परियोजना रिर्पोट शीघ्र तैयार करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने मांजू सड़क की विस्तृत परियोजना रिर्पोट तैयार करने के भी निर्देश दिए तथा इसके लिए प्रारम्भिक तौर पर 10 लाख की घोषणा भी की।
उन्होंने तत्तापानी स्थित नाहरसिंह तथा लक्ष्मी नारायण मन्दिर में पूजा अर्चना की।
उल्लेखनीय है कि तत्तापानी में सतलुज नदी के किनारे हर साल मकर संक्रांति के दिन दूर-दूर से लोग पवित्र स्नान के लिए आते हैं। राज्य सरकार ने लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए तत्तापानी में ड्रिलिंग द्वारा गर्म पानी को निकाला है ताकि लोग विभिन्न अवसरों पर यहां पर पवित्र स्नान कर सके।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने सुन्नी में राज्य स्तरीय विधिक सेवा शिविर का भी दौरा किया। मुख्यमंत्री ने होटल हॉट स्प्रिंग में सल्फर स्नान किया। उन्होंने लक्ष्मी नारायण मन्दिर के नजदीक भगवान शनि देव की प्रतिमा का अनार्वण किया तथा लोगों को मकर संक्रांति की शुभ कामनाएं दी।
इससे पूर्व उन्होंने हेडकेवार समिति दुर्गा देवी, विहारी लाल, बिरोचन लाल, चैरिटेबल ट्रस्ट तथा आल माईटी बलिस्ंग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित चिकित्सा शिविर का शुभारम्भ किया। हेडकेवार समिति के अध्यक्ष बोध राज ने कहा कि यह संगठन अनेक सामाजिक कार्यो में शामिल होने के अतिरिक्त विभिन्न जागरूकता शिविर भी आयोजित करता आया है। उन्होंने कहा कि यह समिति गरीबों की सहायता करने के साथ-साथ बाढ़ व अग्निपीढ़ितों की सहायता भी करता आया है इसके अतिरिक्त संगठन द्वारा रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाता रहा है और गरीब बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए भी यह संगठन सहायता करता आया है।
इस अवसर पर डीडीबीएल ट्रस्ट द्वारा लंगर व चिकित्सा शिविर का आयोजन भी किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष रमेश सूद ने बताया कि यह कार्य गत 91 वर्षों से नियमित रूप से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति के दिन 91 वर्ष पूर्व सामुहिक खिचड़ी भोज उनके पूर्वजों द्वारा आरम्भ किया गया था तथा इस परम्परा को वे आगे चला रहे है। हेडगेवार समिति द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविर में इन्दिरा गांधी मैडिकल कॉलेल के चिकित्सको ने निःशुल्क चिकित्सा जॉच के अतिरिक्त रोगियों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की।