हमीरपुर(एमबीएम न्यूज़): पूरे देश मे घटते लिंगानुपात से प्रदेश भी अछूता नही है। प्रदेश में भी लिंगानुपात में भारी गिरावट आ रही है जो कि एक बहुत ही चिंतनीय विषय बनता जा रहा हैं। अपने वंश को चलाने के लिए लड़कों की चाह कन्या भ्रूण हत्या को बढ़ावा दे रही है जिस कारण लड़कियों की संख्या दिन प्रतिदिन कम हो रही है। जिसने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है लिंगानुपात में सुधार के लिए सरकार द्वारा भी कई आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
लड़कियों के लिए के लाभदायक योजनाएं चलाई गई हैं कन्या भ्रुण हत्या को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह सतर्क हो गया है स्वास्थ्य विभाग की टीमें अपने इलाके के अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर भी पूरी नजर बनाए रखते हैं। उपमण्डल भोरंज में पिछले कुछ वर्षों में लिंगानुपात में काफी सुधार हुआ है।
वर्ष 2016-17 में जहां लिंगानुपात 959 था जो कि 2017-18 में 1036 हो गया है यानी अब 1000 लड़को पर 1036 लडकिया हो गई हैं जो कि एक अच्छा संकेत है इस संबंध में सीडीपीओ भोरंज वीना कश्यप ने बताया जी पिछले वर्षों की अपेक्षा इस बार लिंगानुपात में काफी सुधार हुआ है जो कि नवंबर 2017 तक 1000 लड़कों पर 1036 लड़कियां हो गया है सरकार द्वारा प्रत्येक माह की 11 तारीख को पंचायत स्तर पर बेटी जन्मोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
इसके साथ ही गुड्डा-गुड्डी साइन बोर्ड भी पंचायत स्तर पर अपडेट किये जा रहे हैं महिलाओं को सत्तर दिन के अंदर पंजीकरण करवाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। आंगनबाड़ी व आशा वर्कर भी महिलाओं को जागरूक कर रही हैं। इस वर्ष 14 बच्चियों को कंबल व उनकी माताओं को प्रशस्ति पत्र दिए गए। भोरंज कि दस आंगनबाड़ी व आशा वर्कर को अच्छा कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया है और 43 बच्चियों के नाम 10000 रुपये की एफ डी की गई है ।