हमीरपुर(एमबीएम न्यूज़): कहते है कि नेकी कर और दरिया में डाल, ऐसा ही कमाल कर दिखाया है बीएसएफ से सेवानिवृत इंस्पेक्टर कृष्ण चंद ने। सेवानिवृति के बाद भी वह टौणी देवी में बास्केटबॉल के खिलाडिय़ों की पौध तैयार करने में जुटे हुए है। जिससे हर कोई उनके जज़्बे को आज सलाम कर रहा है। अब तक कई खिलाड़ी प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर धमाल मचा चुके है तथा कई भारतीय सेना में भर्ती होकर देश की सरहदों की रक्षा कर रहे है। टौणी देवी की टपरे पंचायत के झोखर निवासी कृष्ण चंद पुत्र मिलखी राम बचपन से खुद भी बास्केटबॉल के उम्दा खिलाड़ी रहे है।
इसके बाद वह बीएसएफ में भर्ती हुए तथा वहां पर भी अपनी टीम को दर्जनों पुरस्कार दिला चुके है। जिसके चलते वह बीएसएफ में इंस्पेक्टर के पद पर पंहुचे। लगभग 24 वर्ष के सेवाकाल के बाद वह स्वैच्छिक सेवानिवृत हुए तथा घर आकर उनके मन में बास्केटबॉल से लिए क्षेत्र के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना थी। टौणी देवी का नाम बास्केटबॉल के लिए पहले ही काफी चर्चित है तथा यहां के खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना अलग नाम पाया है।
कृष्ण चंद वर्ष 2013 में सेवानिवृत हुए तथा मार्च 2014 से टौणी देवी स्कूल के खेल मैदान में खिलाडिय़ों के लिए बास्केटबॉल का प्रशिक्षण शुरू कर दिया। सुबह व शाम वह हर रोज ग्राऊंड में खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देते है। जिससे उनके एक दर्जन शिष्य राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर पर नाम कमा चुके है तथा एक दर्जन से अधिक खिलाड़ी सेना में भर्ती हो चुके है। जहां युवा पीढ़ी नशे के गर्त में डूब रही है तथा साइबर की ओर ज्यादा ध्यान दे रही है, वही इस सेवानिवृत फौजी ने खिलाडिय़ों को मैदान में लाकर उन्हें मुख्य धारा से जोडऩे का बीड़ा उठा रखा है।
खिलाडिय़ों के साथ ही अन्य सेवानिवृत लोगों के लिए वह किसी प्रेरणा से कम नहीं है। कृष्ण चंद का कहना है कि वह इन प्रयासों को लगातार जारी रखेंगे तथा इसमें स्थानीय लोगों का भी पूरा सहयोग मिलता है। उनका अधिकांश समय मैदान में गुजरा है तथा वह आगामी समय अंतिम सांस तक वह मैदान में ही युवा पीढ़ी के लिए इसी तरह डटे रहेंगे।