नालागढ़(एमबीएम न्यूज़): नालागढ से तीन किलोमीटर दूर खेड़ा के खोखरा में सैंकड़ों बीघा भूमि पर हुए अवैध खनन व पेड़ों को जड़ों से उखाडऩे के मामले में पीडि़त ग्रामीणों ने प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। लोगों का आरोप है कि दबाव के चलते प्रशासन व संबंधित विभाग आरोपियों को घेरने की बजाए बचाने का प्रयास कर रहा है।
पीडि़त डीके शर्मा, ग्रामीण लक्ष्मण दास, राम गोपाल, ओम प्रकाश, रोशन लाल, हैप्पी, जीत राम लंबड़दार, सरोज वाला, विमला देवी, कांता देवी, राज कुमारी ने बताया कि प्रशासन आरोपियों को बचाने के लिए कार्रवाई से हाथ खींच रहा है।
सत्ता और सरकार के दबाव के चलते जांच में जहां ढील बरती जा रही है वहीं कई साक्ष्यों को नजरअंदाज किया जा रहा है। ग्रामीणों ने दो टूक शब्दों में कहा कि वह अपनी जमीन और पर्यावरण को ऐसे लुटने नहीं देंगे। प्रशासन ने अगर निष्पक्ष कार्रवाई नहीं की तो लोग जहां प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे वहीं न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
नेशनल ग्रीन टिब्यूनल को भेजा माईनिंग व पेड़ों को उखाडऩे का मामला
माईनिंग माफिया के पीले पंजे से पीडि़त ग्रामीणों ने बताया कि मामला ग्रीन ट्रिब्यूनल के समक्ष उठाया गया है। जिसके संबंध में एक शिकायत, पेपर की कंटिंग व वीडियो समेत सभी साक्ष्य ग्रीन ट्रिब्यूनल को भेजे गए हैं। इसके अलावा ई-समाधान के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व वन विभाग के सचिव को भी साक्ष्यों समेत शिकायत भेजी गई है।
माननीयों व नेताओं के हैं स्टोन क्रैशर, कैसे रूके खनन
बीबीएन के साथ-साथ पूरे प्रदेश में अवैध खनन एक बड़ी समस्या है। प्रशासन और सरकार के लाख दावों के बाद भी अवैध खनन का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। हैरानी तो इस बात की है कि प्रदेश में 10-12 विधायकों को छोडक़र कई माननीयों व नेताओं के स्टोन क्रैशर धड़ल्ले से चल रहे हैं। ऐसे में जिस पार्टी की सरकार सत्ता में होती है वह बेखौफ होकर क्षेत्र की खनन संपदा का लूटता है। सरकार, पुलिस और प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी अवैध खनन का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है।
भाजपा-कांग्रेस दोनों का है अवैध खनन के पीछे हाथ
बीबीएन में अवैध खनन का सिलसिला कोई नया नहीं है। काफी लंबे समय से बीबीएन की खनन व वन संपदा को माईनिंग की आड़ में बलि चढ़ाया जाता रहा है। चाहे भाजपा हो या कांग्रेस किसी ने भी क्षेत्र की बहुमूल्य खनन व वन संपदा को लूटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। सबसे बड़ी हैरानी तो इस बात की है कि क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहे अवैध खनन के खिलाफ दोनों की राजनीतिक दल चाहे भाजपा हो या कांग्रेस आवाज नहीं उठाते।
नालागढ के खेड़ा के खोखरा में अवैध खनन व पेड़ों को जड़ों से उखाडऩे का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। राजस्व विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों को जल्द डिर्माकेशन करवाने के आदेश जारी किए गए हैं। जांच के बाद जो भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
मामला राजस्व विभाग व प्रशासन की अधीन है जांच के बाद ही पुलिस आगामी कार्रवाई अमल में लाएगी। दोषियों के विरुद्ध किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरती जाएगी। ग्रामीण पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई पर भरोसा रखें।