शिमला (एमबीएम न्यूज़): हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस में मंथन का दौर शुरू हो गया है। एआईसीसी राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश मामलों के पार्टी प्रभारी सुशील कुमार शिंदे और सहप्रभारी रंजीत रंजन की अगुवाई में हिमाचल कांग्रेस के नेताओं की शुक्रवार को पार्टी रणनीति तय करने के लिए शिमला के पार्टी कार्यालय में दोपहर बाद 3 बजे बैठक बुलाई गई। बैठक में चुनाव हारे सभी प्रत्याशियों को बुलाया गया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी बैठक में मौजूद रहे। कांगड़ा से चुनाव हारने वाले दो दिग्गज मंत्रियों जीएस बाली और सुधीर शर्मा इस बैठक से नदारद रहे।
इस बैठक में विस चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों ने शिंदे, रंजीत व सुक्खू के समक्ष अपनी हार के कारण गिनाए। सूत्रों के मुताबिक कुछ प्रत्याशियों ने वीरभद्र सिंह पर भी हार का ठीकरा फोड़ा, तो कुछ ने भीतरघात को हार की वजह बताया।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुशील कुमार शिंदे ने बताया कि हार के कारणों की तह तक जाने के लिए यह बैठक बुलाई गई है। पार्टी का अगला मिशन 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करना है और इस पर रणनीति तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से कांग्रेस पार्टी मजबूत हो रही है। राहुल ने गुजरात में काफी अच्छा काम किया और वहां के विस चुनाव परिणाम में कांग्रेस के प्रदर्शन में सुधार आया है। पीएम मोदी के अपने गृह क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी को जीत मिलना इसका उदाहरण है।
एक सवाल पर शिंदे बोले कि कांग्रेस के विधायक दल के नेता का चयन फिलहाल नहीं किया जा रहा है। कुछ दिन बाद विधायक दल का नेता चुना जाएगा। भाजपा में नए सीएम को लेकर चल रही माथापच्ची को उन्होंने भाजपा का आंतरिक मामला बताया।
उधर पीसीसी चीफ सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी आज तीन बैठकें कर रही है। पहली बैठक में हारे हुए प्रत्याशियों से हार के कारणों की वजह जानी जाएगी। दूसरी बैठक जिला कांग्रेस अध्यक्षों की होगी, जिसमें चुनाव बारे फीडबैक ली जाएगी और तीसरी बैठक कांग्रेस विधायक दल की होगी, जिसमें विपक्ष की भूमिका को लेकर रणनीति तय की जाएगी।