संगड़ाह(एमबीएम न्यूज़): उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत अवैध रूप से चल रही चुना खदानों पर वन विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। वन व खनन विभाग की संयुक्त कार्रवाई के दौरान शुक्रवार को संगड़ाह से चार किलोमीटर दूर मंडोली मे लगभग 70 बीघा जमीन पर चल रही एक अवैध लाइमस्टोन माइन की सड़क को तारबाड़ से बंद करवाया जा चुका है।
शनिवार को एक बार फिर वन परिक्षेत्र अधिकारी संगड़ाह राजेंद्र तोमर के नेतृत्व मे विभाग की टीम द्वारा मंडोली व संगड़ाह मे अवैध रूप से चल रही चुना खदानों का निरीक्षण किया गया। विभाग द्वारा 95 बीघा के लीज एरिया मे चल रही संगड़ाह माइन की जीपीएस कार्डिनेट व निशानदेही रिपोर्ट मांगी गई है तथा तब तक जंगल मे खनन कार्य पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
सनद रहे कि एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क ने दिवंगत किंकरी देवी के घर में पहाड़ो का सीना छलनी शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी।
सारा संस्था के मुख्य सचिव ने यहां जारी बयान में कहा कि उपमंडल संगड़ाह मे 517 बीघा जमीन पर जहां सरकार अथवा संबंधित विभागों की अनुमति से तीन चूना खदाने चल रही है, वहीं संस्था के मुताबिक करीब 600 बीघा मे अवैध लाइम स्टोन माइंस चल रही है। संस्था ने वन विभाग द्वारा अब तक की गई कार्यवाही को संतोषजनक नही माना तथा संगड़ाह कम से कम एक माइनिंग गार्ड की नियुक्ति, ओवरलोडेड ट्रकों की जांच के लिए धर्म कांटा लगाए जाने व दो सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने तक खनन कार्य बंद रखे जाने की अपील महामहिम राज्यपाल से की।
वन विभाग के डिप्टी रेंजर संगड़ाह राजेंद्र तोमर ने बताया कि शुक्रवार को जहां मंडोली बीट की एक अवैध चूना खदान के संपर्क मार्ग को तारबाढ़ से बंद किया गया है, वहीं जल्द इस अवैध सड़क को गड्ढा खोदकर या दीवार लगाकर स्थाई तौर पर बंद किया जाएगा। जिला खनन अधिकारी सिरमौर सुरेश भारद्वाज ने कहा कि शुक्रवार को वन विभाग के साथ ज्वॉइंट आपरेशन के दौरान संगड़ाह मे एक अवैध चूना खदान को बंद करवाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि छापेमारी के दौरान अवैध खनन करने वाले वाहनों के चालक व मजदूर फरार होने मे कामयाब रहे। बहरहाल क्षेत्र की अवैध खदानों पर वन विभाग द्वारा नकेल कसने की प्रक्रिया शुरु की जा चुकी है।