ऊना (एमबीएम न्यूज़): उपमंडल अंब के धुसाड़ा में खुल रहे शराब के ठेके को लेकर ग्रामीणों में विरोध के स्वर उठना शुरू हो गया है। ग्रामीणों ने बुधवार सुबह मौके पर पहुंचकर खुल रहे शराब के ठेके का विरोध किया। ग्रामीणों ने इस दौरान प्रदर्शन भी किया। ग्रामीणों का साफ कहना है कि अगर धुसाड़ा गांव में शराब का ठेका खुला, तो मजबूरन सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ेगा। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि शराब के ठेके को गांव से बाहर ही खोला जाए।
बता दें कि उपमंडल अंब के तहत धुसाड़ा गांव में पिछले कुछ दिनों शराब के ठेके खुलने का काम चला हुआ हैँ। ठेके खोलने को लेकर गांव में खोखा (दुकान) भी तैयार किया जा रहा है। जैसे ही ग्रामीणों को गांव में खुल रहे ठेके के बारे में पता चला तो विरोध के स्वर उठने शुरू हो गए। बुधवार सुबह ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और गांव में ठेके के खुलने का विरोध करने लगे।
धुसाड़ा गांव के उपप्रधान कृष्ण लाल का कहना है कि गांव में ठेका खोलने को लेकर पंचायत से किसी भी तरह की एनओसी नहीं ली गई है। जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांव में खुल रहे शराब के ठेके के विरोध में एक प्रस्ताव डीसी, एसडीएम को देंगे। गांव के अरूण लाल का कहना है कि धुसाड़ा में शराब का ठेका खुलने से युवाओं पर इसका ज्यादा असर पड़ेगा। जो युवा नशे की लत में नहीं है, वह भी एक-दूसरे को देखकर इस दलदल में डूबेंगे।
धुसाड़ा निवासी कौशल्या देवी का कहना है कि रोजाना बच्चें इस मार्ग से स्कूल आते-जाते है। इस मार्ग पर शराब का ठेका खुलने से बच्चों पर खासा प्रभाव पड़ेगा। गांव की अंजना का कहना है कि जिस स्थान पर शराब का ठेका खुल रहा है, उसके कुछ दूरी पर अस्पताल भी है, ऐसे में मरीजों को परेशानी पेश आएगी। वहीं रफीद मोहम्मद का कहना है कि ठेके के साथ लगती एक खड्ड है। अगर कोई शराब पीकर खड्ड में गिर जाए, तो कौन जिम्मेवार होगा।