बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा) : हिमाचल प्रदेश में ऐसे बहुत मनोरम दृश्ये है, जो पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करते है। इनको निहारने के लिए साल भर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों का आवागमन रहता है। जिला का दुर्भाग्य रहा है कि यहाँ पर पर्यटन को किसी भी सरकार ने बढ़ावा नही दिया, जबकि जिला में ट्रैकिंग और वाटर स्पोर्ट्स जैसी मनोरंजन की क्रीड़ाएं उपलब्ध है।
यह बात विश्व पैराग्लाइडिंग में भाग लेने वाले पैराग्लाइडिंग पायलट अनुज खजुरिया ने बताते हुए कहा कि रविवार दोपहर एक बजे वह जिला के ही कुछ पायलट पंकज ठाकुर, सतीश, विवेक के साथ जिला की बन्दला धार जो की लगभग 20000 फिट की ऊंचाई पर है से पैराग्लाइडिंग का आनंद लिया। ऊंचाई पर जाकर शहर और आसपास की पहाड़ियों के विहंगम दृश्य देखकर कर यही सवाल आ रहा था कि पर्यटन के लिए जिला में अपार संभावनाएं है यदि सरकार सहयोग करे।
वही पर युवा पायलेट पंकज ठाकुर का भी कहना है कि वह जिला के युवाओ को भी पैराग्लाइडिंग सिखाने में सहयोग कर रहे है ताकि जो युवा नशे की ओर भटक गए है, उन्हें सही रास्ते मे लाया जाए। उन्होंने कहा कि बहुत सारे पुराने ऐतिहासिक किले है, जो गोविंदसागर झील में समाए है। यदि सरकार एवम पर्यटन विभाग इस ओर ध्यान दे तो जिला की गोविंदसागर झील जोकि चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय उच्च मार्ग 21 के साथ है वाटर स्पोर्ट्स को लेकर टूरिज्म को अपनी ओर आकर्षित करेगी।
उन्होंने कहा कि जिला पैराग्लाइडिंग और वाटर स्पोर्ट्स में पर्यटन को लेकर पर्यटकों को आकर्षित कर सकता है यदि सरकार एवम पर्यटन विभाग इसे बढ़ावा दे। इससे युवाओ को रोजगार की भी अपार सम्भावनाये बनेगी वही पर सरकारी खजाना भी भरेगा।