नाहन (एमबीएम न्यूज): जिला में दो महिलाओं ने अपना नैतिक कर्तव्य निभा कर समाज में एक गजब मिसाल पेश की है। हालांकि महिलाएं पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। वहीं मतदान करने में भी महिलाओं ने पुरूषों को पीछे छोड़ दिया है। 538 पोलिंग बूथों पर जहां महिलाओं का जोश देखते ही बन रहा था। वहीं महिलाएं सुबह से लंबी-लंबी कतारों में लग कर सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई।
मत के दो घंटे बाद त्यागे प्राण
वोट डालने के मात्र दो घंटे बाद बाद एक बुजुर्ग महिला ने अपने प्राण त्याग दिए। शिलाई विधानसभा क्षेत्र की उतरी गांव की रहने वाली 70 वर्षीय महिला रूकमणी ने साढ़े नौ बजे मतदान किया। साढ़े 11 बजे उसने अपने प्राण त्याग दिए। रूकमणी ने सरकार बनाने में अपना कर्तव्य बखूबी निभाया। रूकमणी सुबह से करीब आधा घंटा लाइन में लग कर अपना मत का प्रयोग कियाा। रूकमणी उतरी गांव की रहने वाली थी। रूकमणी पूरे क्षेत्र में एक मिसाल बन गई है, क्योंकि प्राण त्यागने से पहले रूकमणी ने सरकार बनाने में अपना अहम योगदान दिया। ग्रामीणों ने बताया कि रूकमणी एक ईमानदार छवि की महिला थी।
पति की अस्थियां नहीं बहाई, वोट डाला
बुधवार को पति को देहांत हुआ। वीरवार को पति की अस्थियां ठंडी करनी थी। मगर महिला ने अपने नैतिक कर्तव्य को पहले निभाने का फैसला लिया। पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र की शिवपुर पंचायत के हरिपुर टोहाना की 42 साल की तारो देवी वोट डालने पहुंची। इस महिला की हिम्मत को वहां पर मौजूद सभी मतदानकर्मी व वोट डालने पहुंचे अन्य मतदाता दाद दे रहे थे। क्योंकि पिछले कल बुधवार को ही महिला तारो देवी के पति की राजेंद्र की मौत हो गई थी। इसके बाद बुधवार शाम करीब 4 बजे उसका ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार कर दिया गया था।
वीरवार को राजेंद्र की अस्थियां विसर्जन करनी थी। इस बीच महिला ने हिम्मत जुटाई और पहले मतदान करने बूथ पर पहुंच गई। महिला तारो देवी ने बताया कि मैने कहा पिछले काफी समय से सरकार भी मतदान के प्रति लोगों को जागरूक कर रही है। फिर मै भी पीछे नहीं रहूंगी। इसलिए वीरवार को सुबह मतदान डालने के लिए बूथ पर पहुंच गई। महिला के परिवार व गांव के लोग महिला की इस हि मत पूरे क्षेत्र में एक मिसाल बन गई है।