मंडी (वी कुमार): शत-प्रतिशत मतदान का लक्ष्य लेकर चलने वाले चुनाव आयोग को इस बार संधोल इलाके में चुनौती पैदा हो गई है। धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले संधोल इलाके के दर्जनों गांवों ने विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है। ग्रामीणों ने बाकायदा चुनाव बहिष्कार समिति का गठन किया है और गांव-गांव जाकर लोगों से मतदान न करने की अपीलमें जुट गए हैं। रविवार को ग्रामीणों ने मतदान के बहिष्कार का अभियान शुरू किया। संधोल और आसपास के बाजारों में रोष रैलियां निकाली गई और सरकार व नुमाईंदों के प्रति नाराजगी जाहिर की गई।
मेन बाजार, बसन्तपुर, सोहर, बलयाली, टकरेड, जमुला, बोहल, नेरी, बजीर चौक, दतवाड, कछालि व घनाला पंचायतो के गांव में यह अभियान चलाया गया। चुनाव बहिष्कार समिति के अध्यक्ष मान सिंह ने बताया कि संधोल तहसील के तहत करीब 24ग्राम पंचायतें आती हैं और यह धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा है। यहां सड़कों की बदहाली है, सरकारी संस्थानों में स्टाफ की भारी कमी है, डाक्टरों के पद खाली चल रहे हैं और इलाके के विकास की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि बीते 3 दशकों से सरकारों और प्रतिनिधियों ने इलाके के विकास की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। इनका कहना है कि जब चुने हुए प्रतिनिधि और सरकार इलाके के विकास को तरजीह ही नहीं देते तो फिर मतदान भी क्यों करें। यही कारण है कि इन्होंने मतदान के बहिष्कार का सामूहिक निर्णय लिया है।
वहीं ग्रामीणों ने यह भी स्पष्ट किया कि वे किसी भी प्रत्याशी या सरकार के खिलाफ यह अभियान नहीं चला रहे हैं उनका यह रोष इलाके की बदहाली को लेकर ही है। बता दें कि चुनाव बहिष्कार को लेकर कुछ प्रस्ताव जिला प्रशासन को भी भेजे जा चुके हैं।