शिमला (एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल में चल रही विधानसभा चुनाव प्रक्रिया के तहत गुरूवार को नाम वापसी का आाखिरी दिन है, साथ ही कांग्रेस और भाजपा के लिए अपने बागियों को मनाने का भी आज लास्ट चांस है। 26 अक्तूबर को विधानसभा चुनाव के तहत नाम वापसी का दिन है, दोपहर तीन बजे तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे, आज शाम तक उम्मीदवारों की फाइनल लिस्ट आ जाएगी। कांग्रेस के लिए खासतौर से शिमला, रामपुर, नालागढ़ और शाहपुर सेटों पर बागियों ने झंडा बुलंद किया हुआ है, इसके अलावा भाजपा के लिए भी कईं बागी सिरदर्द बने हुए हैं।
लगभग एक दर्जन विधानसभा सीटों में उपजे बगावती तेवरों ने दोनों मुख्य दलों की नींद उड़ा रखी है। कांग्रेस व भाजपा आलाकमान के इन्हें मनाने के प्रयास जारी हैं। दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेता बीते तीन-चार दिनों से बागियों को मनाने में जुटे हैं।कांग्रेस की ओर से जहां उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और भुपिंद्र सिंह हुड्डा रूठे कांग्रेसियों को मनाने की कवायद में लगे हैं, वहीं भाजपा की तरफ से प्रदेश प्रभारी मंगल पाण्डे, चुनाव प्रभारी थावर चंद गहलोत, राष्ट्रीय महामंत्री रामलाल व अन्य बड़े नेता यह काम संभाले हुए है। आरएसएस भी अपने स्तर पर बागियों को मनाने में जुटा है।
जिले की कसुंपटी सीट पर डैमेज कंट्रोल करने में भाजपा सफल रही है। कसुपंटी से निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे पृथ्वी विक्रम सेन ने कल नामांकन वापिस ले लिया है। भाजपा ने कसुंपटी से पृथ्वी विक्रम सेन की भाभा विजय ज्योति सेन को उम्मीदवार बनाया है। जबकि पृथ्वी विक्रम सेन टिकट की दौड़ में थे। कांगड़ा जिले की पालमपुर, चंबा, भरमौर, फतेहपुर और रेणुका सीटों पर भाजपा के बगियों को मनाने की चुनौती है।
इधर, कांग्रेस में शिमला सीट पर बागी हरीश जनार्था को मनाने की तमाम कोशिशें सिरे नहीं चढ़ पाई हैं। इस सिलसिले कांग्रेस के आला नेताओं ने कल उनसे बातचीत की, लेकिन बात नहीं बनी। शिमला सीट से कांग्रेस ने हरभजन भज्जी को प्रत्याशी बनाया है, जिसका जनार्था विरोध कर रहे हैं। जनार्था की गिनती वीरभद्र सिंह के करीबियों में होती है। ऐसे में जनार्था के बतौर निर्दलीय उतरने से कांग्रेस की मुसीबत बढ़ गई है।
शिमला जिले की रामपुर सीट पर निर्दलीय नामांकन भरने वाले पूर्व मंत्री सिंघी राम भी चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। बताया जाता है कि उन्होंने चुनाव से हटने से इंकार कर दिया है। इसी तरह सोलन की नालागढ़ सीट से इंटक अध्यक्ष बाबा हरदीप सिंह को बिठाने की कांग्रेस की कोशिशें रंग नहीं लाई हैं।