चौपाल (एमबीएम न्यूज़): राजधानी शिमला और पड़ोसी राज्य उत्तराखंड सहित सिरमौर जिला को चौपाल से जोड़ने वाली प्रमुख सड़क पिछले लगभग तीन सप्ताह से बंद पड़ी है । क्षेत्र के आर्थिकी की रीढ़ की हड्डी कही जाने वाली नेरवा-चौपाल-शिमला सड़क अवरुद्ध होने से रोजाना हजारो यात्रिओ को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है । आलम ये है की छोटे वाहन चालक मज़बूरी में जान जोखिम में डाल कर कच्चे और बदहाल सड़क मार्ग से आवाजाही कर रहे है तो वहीँ सरकारी और निजी बस सेवाए फिलहाल बंद है जिससे यात्रिओ को खासी समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है…
आखिर कैसे टूटी सड़क…?
ठाणाधार से चिल्ला संपर्क सड़क मार्ग निर्माण के दौरान मुख्य मार्ग धस गया जिसमें ठेकेदार के साथ-साथ विभागीय लापरवाही भी सामने आई, स्थानीय लोगो ने कई बार लिखित शिकायते देकर शासन-प्रशासन को जगाने का प्रयास किया मगर शिकायत का मामला ठन्डे बस्ते में डाल कर अनदेखा किया गया… जिसका परिणाम ये हुआ की मुख्य सड़क लापरवाही की भेंट चढ़ गई और आसपास के घरो को भी खतरा बन गया । सड़क के साथ लगते जगमोहन बरागटा के घर में दरारे आ चुकी है और खतरे को भांपते हुए घर प्रशासन द्वारा फिलहाल खाली करवा दिया गया है प्रशासनिक लापरवाही की वजह से फिलहाल बरागटा परिवार दुसरो के घर में शरण ले कर गुजारा करने पर मजबूर है ।
किन परेशानियो से जूझ रहे है लोग…?
चौपाल विधानसभा की लगभग 40 पंचायते सड़क अवरुद्ध होने से परेशान है, आपातकाल की स्थिति में मरीज को अस्पताल तक पहुचाने में लोग खुद को असहाय महसूस कर रहे है, विधार्थियो को स्कूल कॉलेज पहुचने में मुश्किलात का सामना करना पड़ रहा है ।
उपमंडल चौपाल से महज 3 किलोमीटर दूर ठाणाधार में सड़क धसने के चलते निजी वाहन चालक यात्रियों से मनमाने दाम वसूल रहे है, बस में 3 रुपये देकर ठाणाधार से चौपाल पहुचने वाले यात्रियों से मज़बूरी का फायदा उठा 50 रूपये वसुले जा रहे है ।
बाहरी राज्यों और राजधानी शिमला से चुड़धार जाने वाले श्रधालुओं को कई किलोमीटर अतिरिक्त सफ़र कर पूरा एक दिन खामखाँ बर्बाद करना पड़ रहा है, तो वहीँ उत्तराखंड से शिमला जाने वाले लोगो को कई किलोमीटर अतिरिक्त सफ़र करना पड़ रहा है।
क्या कहते है स्थानीय लोग…?
चौपाल के स्थानीय लोगो से इस विषय में जब बात की गई तो उन्होंने प्रशासन सहित स्थानीय नेताओं को इसके लिए जिम्मेवार बताया, देवदत्त शर्मा, दिनेश मेहता, नरेश चौहान, धिरेंदर चौहान, संदीप शर्मा, ज्ञान ठाकुर, धरमेंदर ठाकुर, शोभराम ठाकुर, बस्ती राम शर्मा, नरेश ठाकुर, गोपाल मेहता, भागमल डोगरा, देवेंदर, संदीप, ममता बरागटा, पूनम मधाईक, अनीता पमटा, प्रभा, सुरेंदर, सुनीता, इंदु, रीतू आदि ने कहा की हमने अपनी आवाज बुलंद करने के लिए जिन जनप्रतिनिधियों को चुन कर विधानसभा भेजा वो क्षेत्र के दुःख दर्द से किनारा कर रहे है, सड़क बंद होकर तीन सप्ताह बीत चुके है मगर किसी भी नेता ने कार्य निरिक्षण और शीघ्र सड़क सुविधा बहाल करने की हिमायत नहीं की है, वर्तमान भाजपा विधायक जहा आगामी चुनाव के लिए प्रचार-प्रसार करने में व्यस्त है तो वही पूर्व कांग्रेस विधायक शिलान्यास करवाने में ।
सड़क सुविधा को शीघ्र बहाल न करने की सूरत में स्थानीय लोगो ने स्थानीय नेताओ और शासन-प्रशासन की सुस्ती और लापरवाही के खिलाफ शीघ्र आन्दोलन छेड़ने की भी चेतावनी दी है ।
क्या कहता है शासन-प्रशासन…?
शीघ्र सड़क मार्ग की बहाली के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है, चौपाल के साथ-साथ नेरवा के कर्मचारीगण को भी सड़क बहाली के कार्य में लगाया गया है, बहुत जल्द यातायात के लिए सड़क को तैयार कर दिया जायेगा ताकि लोगो को सुविधा मिल सके जे.सी. कानूनगो (अधिशासी अभियंता, लोकनिर्माण विभाग चौपाल)