शिमला (एमबीएम न्यूज): हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में आज भी सीबीआई गुडिया मामले में अंतिम स्टेटस रिपोर्ट नहीं सौंप पाई। खंडपीठ ने कड़ी फटकार लगाते हुए यह तक कह डाला कि आज पेश की गई स्टेटस रिपोर्ट पूरी तरह से क्लू लैस (तथ्य विहीन) है। एक बार तो कार्यवाहक न्यायधीश संजय करोल ने यह तक कह दिया कि क्यों न सीबीआई के निदेशक से ही जवाब मांगा जाए।
कोर्ट ने कहा कि सीबीआई देश की सर्वोच्च जांच एजैंसी है। अगर चाहे तो रातोंरात भी जांच को पूरा कर देती है। मगर इस मामले में ढिलाई बरती जा रही है। कोर्ट ने कहा कि क्या जांच एनआईए करेगा। सीबीआई के वकील ने जवाब दिया कि जांच में सर्वोच्च प्रयास किए जा रहे हैं। इस पर कोर्ट ने कहा कि प्रयास नहीं, परिणाम चाहिए। सीबीआई ने जब दलील दी कि ब्रेन मैपिंग, नार्को व अन्य टैस्ट का रिजल्ट 16 अक्तूबर को आना है तो इस पर कोर्ट ने कुछ नरम रुख अपनाते हुए 25 अक्तूबर को अगली सुनवाई तय कर दी।
आज करीब 25 मिनट चली सुनवाई के दौरान अधिकतर समय सीबीआई को फटकार का सामना ही करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने आज पांचवी स्टेटस रिपोर्ट सौंपी थी, लेकिन कोर्ट ने इसे क्लू लैस बताया। उम्मीद की जा रही थी कि आज सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट में गुडिया प्रकरण से जुड़ा बड़ा खुलासा हो सकता है। बाद में सुनवाई के बाद सीबीआई के अधिवक्ता अंशुल ने पत्रकारों को बताया कि वैज्ञानिक परीक्षणों के रिजल्ट का इंतजार हो रहा है।