सोलन(एमबीएम न्यूज़ ): डा.यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी की 14वीं सीनेट की बैठक में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने विवि की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर की उन्होंने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों को कार्यप्रणाली में स्फूर्ति लाने के निर्देश दिए। साथ ही विवि द्वारा उनके निर्देशों को व्यवहारिक रूप न देने पर विश्वविद्यालय प्रशासन को जमकर लताड़ भी लगाई। सीनेट बैठक में नामित सदस्यों की अनुपस्थिति पर राज्यपाल ने दुख व्यक्त किया।
बैठक में प्रदेश के राज्यपाल एवं विवि के कुलाधिपति आचार्य देवव्रत ने विशेष रूप से भाग लिया। राज्यपाल विश्वविद्यालय में सीनेट की 14वीं बैठक के लिए आए थे। बैठक में नामित सदस्यों की अनुपस्थिति पर उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय स्तर पर इस महत्वपूर्ण बैठक के प्रति जिम्मेदार व्यक्तियों की असंवेदनशीलता प्रदेश हित में ठीक नहीं है, जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
बैठक को औपचारिकता न बनाकर हर 9 माह बाद बैठक अनिवार्य की जानी चाहिए,ताकि समय पर विश्वविद्यालय को उचित धनराशि उपलब्ध हो सके । उन्होंने दुख जताया कि विश्वविद्यालय के गठन के 32 वर्षों के अंतराल में यह 14 वीं बैठक है और आज की बैठक वर्ष 2011 के बाद आयोजित की जा रही है। उन्होंने सीनेट के सभी सदस्यों से विश्वविद्यालय के प्रति गंभीर होने की आवश्यकता पर बल दिया।
आचार्य देवव्रत ने कहा कि भविष्य में विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रहे विद्यार्थियों के साथ 15 से 20 किसान जोड़े जाएं और उनके शोध कार्य किसानों के खेत में हो। इससे वे किसानों की समस्याओं को समझ सकेंगे और उनका निदान कर पाएंगे। इस प्रकार प्रैक्टिकल वर्क पूरा होने पर ही उन्हें डिग्री दी जाए। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि किसानों एवं बागवानों के लिए तैयार सामग्री हिन्दी व स्थानीय भाषा में हो,ताकि वे आसानी से समझ सकें। राज्यपाल ने कृषि,बागवानी विभागों तथा विश्वविद्यालय के बीच तालमेल की कमी को उजागर किया तथा कहा कि नियामक इकाई स्थापित कर इसकी 6 माह में नियमित बैठकें आयोजित की जानी चाहिए।
उन्होंने सिक्कम का उद्हारण देते हुए कहा कि जुर्माना व जेल के प्रावधान के कारण आज वह देश का जैविक राज्य बन गया है, जबकि हिमाचल मेें अनेक प्रकार के छिडक़ाव के चलते जमीन बंजर बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन बाहरी वित्तपोषित परियोजनाओं की समयावधि पूरी हो गई है और ढांचा तैयार है।
डा.यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के कुलपति डा.एचसी शर्मा ने राज्यपाल को विश्वविद्यालय की प्रगति व अन्य गतिविधियों से अवगत करवाया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव राजेश मारिया ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।