घुमारवीं (सुभाष कुमार गौतम): बहुचर्चित डॉ. ज्योति की संदिग्ध मौत के मामले में एसआईटी सुराग ढूंढने की ताबड़तोड़ कोशिश में जुट गई है। सूत्रों के मुताबिक अहम सबूत के तौर पर एसआईटी को डॉ. ज्योति का लैपटॉप बरामद हुआ है। साथ ही एक सिम भी मिली है। सूत्रों के मुताबिक यह बरामदगी रौडा स्थित उस कमरे से की गई है, जहां ज्योति रह रही थी।
गौरतलब है कि पुलिस को तलाशी के दौरान लैपटॉप नहीं मिला था। एसआईटी को लैपटॉप में कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। चूंकि आत्महत्या पंखे से लटककर बताई गई थी, लेकिन हर कोई इस बात को मानने के लिए इसलिए तैयार नहीं था, क्योंकि पांव कुर्सी पर था। साथ ही नाक से खून भी बह रहा था। हालांकि अब तक फोरेंसिक रिपोर्ट नहीं आई है।
सवाल इस बात पर था कि अगर डा. ज्योति ने खुद फंदा लगाया था तो उसका एक पांव कुर्सी पर कैसे हो सकता था। यह भी बड़ी जांच का सवाल है कि ज्योति ठाकुर की फंदा लगी फोटो सोशल मीडिया में कैसे पहुंच गई थी। 6 सितंबर को ज्योति ने फंदा लगाया। अगले दिन 11 बजे ही फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड हो चुकी थी। जबकि परिजन दोपहर 2 बजे बिलासपुर पहुंचे थे। एसपी अंजुम आरा का कहना है कि टीम को कई सुराग मिले हैं। उन्होंने कहा कि अगर हत्या का मामला साबित होता है तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
उधर यह भी कहा जा रहा है कि एक होमगार्ड व डॉक्टर से भी पूछताछ की जा रही है। सनद रहे कि परिजन इस मामले को शुरू से ही हत्या की नजर से देखकर चल रहे हैं। रोष बढऩे की सूरत में मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था।