शिमला (एमबीएम न्यूज) : सैहब सोसायटी के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी रही। निगम प्रशासन की हड़ताल खत्म करने की नगर निगम प्रशासन की कवायद सिरे नहीं चढ़ पाई।
निगम आयुक्त जीसी नेगी की हड़ताल खत्म करने की बात को सफाई कर्मियों ने नहीं माना। मांगों को लेकर सैहब सोसायटी यूनियन का एक प्रतिनिधिमण्डल आज दोपहर के समय निगम आयुक्त से मिला।
यूनियन के दवाब पर निगम प्रशासन एनुअल जनरल मीटिंग (ऐजीएम) करवाने पर राजी हो गया। निगम ने 18 सितम्बर को शिमला में एजीएम की बैठक बुलाने का निर्णय लिया है। इस बैठक की अध्यक्षता शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा करेंगे। बैठक दोपहर 12 बजे बचत भवन में होगी। इससे पहले 11 सितम्बर को कोरम पूरा न होने पर एजीएम की बैठक रद्द कर दी गई थी। इसके अगले दिन 12 सितम्बर को सफाई कर्मी अनिश्चितकालीन हडताल पर चले गए थे।
दरअसल सफाई कर्मियों के वेतन बढ़ोतरी के मामले पर एजीएम बैठक में चर्चा होनी थी। सफाई कर्मी 20 फीसदी वेतन बढ़ाने की मांग कर रहे थे। निगम प्रशासन ने अपने स्तर पर 10 फीसदी वेतन की बढ़ोतरी कर दी है। इससे अधिक वेतन बढ़ोतरी के लिए एजीएम ही हरी झण्डी दे सकती है। लेकिन एजीएम के स्थगित होने से सफाई कर्मी भड़क गए थे और इन्होंने पूरे शहर में डोर-टू-डोर गारबेज सर्विस ठप्प कर दी थी। हड़ताली कर्मी फिर से एजीएम बुलाने की मांग कर रहे थे।
अब सफाई कर्मियों ने एलान किया है कि भले ही निगम प्रशासन ने अगली एजीएम की तारीख 18 सितम्बर तय की है, लेकिन वे तब तक हड़ताल पर रहेंगे, जब तक उनके 20 फीसदी वेतन बढ़ोतरी की मांग पर एजीएम में मुहर नहीं लग पाती। सैहब सोसायटी यूनियन के अध्यक्ष जसवंत सिंह ने बताया कि यदि 18 की एजीएम में उनकी वेतन बढ़ोतरी की मांग नहीं मानी जाती है, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखेंगे।
इधर, निगम आयुक्त जीसी नेगी ने बताया कि सफाई कर्मियों की मांग पर निगम ने 18 सितम्बर को एजीएम बुलाने की तारीख निर्धारित की है। इस बैठक में सफाई कर्मियों की वेतन बढ़ोतरी की मांग को उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन ने अपने स्तर पर सफाई कर्मियों की मांगों को सुलझाने की हर संभव कोशिश की है। हड़ताल से निपटने के लिए निगम प्रशासन ने वार्डों में क्लेक्शन सेंटर स्थापित किए गए हैं, जहां लोग अपने घरों का कूड़ा डाल सकते हैं।