शिमला (एमबीएम न्यूज़) : ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है, जब बेजुबान पशुओं के लिए ही कोई अपनी जान दांव पर लगा दे। पंजाब के पटियाला के एक अधेड़ व्यक्ति ने अपनी जान गंवाने के बाद एक मिसाल कायम की है। जहां सडक़ के किनारे तड़पते इंसान को ही इंसान नजर अंदाज कर देते हैं, वहीं इस शख्स ने मवेशियों को बचाने के चक्कर में यह नहीं सोचा कि उसकी खुद की जान चली जाएगी।
मवेशियों को डूबने से बचाने के चक्कर में एक व्यक्ति खुद ही नदी में डूब गया। पुलिस ने उसका शव बरामद कर लिया है। उसकी पहचान 51 वर्षीय बाबूमन्न के रूप में हुई है और वह पंजाब के पटियाला जिले का रहने वाला है।
मामला शिमला जिले के रोहड़ू का है। एक हफता पहले काम के सिलसिले में बाबूमन्न रोहड़ू पहुंचा। यहां सीमा इलाके के एक बागवान सतीश कुमार ने उसे अपने पास काम पर रखा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कल शाम बाबूमन्न मवेशियों को चराने लांबा खतल इलाके में लेकर गया था। यहां मवेशी घास खाते-खाते पब्बर नदी किनारे पहुंच गए। कुछ मवेशी नदी में दाखिल हो गए।
मवेशियों को नदी से बाहर निकालने के लिए बाबूमन्न खुद नदी के पानी में उतर गए और वहां पैर फिसलने से उसने संतुलन खो दिया और गहरे पानी में बह गए। उसके चिल्लाने की आबाज सुनकर आसपास मौजूद लोगों ने बाबूमन्न को बचाने की नाकाम कोशिश की। सूचना पर पहुंची पुलिस ने नदी से उसका शव निकाल लिया है। इस घटना के बारे उसके परिजनों को सूचित कर दिया गया है। पुलिस इस मामले में धारा-174 के तहत कारवाई कर रही है। शव सिविल अस्पताल रोहड़ू के शवगृह में रखा गया है।