शिमला (एमबीएम न्यूज) : कोटखाई के बहुचर्चित गुड़िया प्रकरण और आरोपी सूरज की पुलिस
हिरासत में हत्या मामले की सीबीआई ने जांच तेज कर दी है। सीबीआई की अलग-अलग टीमें शिमला और कोटखाई में इन दोनों मामलों की पड़ताल में लगी हुई हैं और जल्द ही सुरागों के आधार पर कुछ संदेहास्पद लोगों से पूछताछ कर सकती है।
जानकारी अनुसार सूरज हत्या मामले की जांच के लिए सीबीआई की एक टीम ने आज सवेरे लगभग 10 बजे आईजीएमसी में दस्तक दी। सूरज का शव एक हफते से आईजीएमसी के शव गृह में पड़ा हुआ है। उसे परिजनों को नहीं सौंपा गया है, क्योंकि सीबीआई अपनी तसल्ली के लिए इसका फिर से पोस्टमार्टम कराना चाहती है। इससे पहले शव की 19 जुलाई को हुए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सौंप दी थी।
मंगलवार को सीबीआई के अधिकारियों की देखरेख में सूरज के शव का कई घंटे पोस्टमार्टम चला। खास बात यह रही कि सीबीआई ने पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी के चिकित्सकों पर भरोसा नहीं जताया और इसके लिए दिल्ली से लगभग तीन-चार डॉक्टरों के दल को बुलाया गया। पोस्टमार्टम कारवाई के दौरान आईजीएमसी में पुलिस का कड़ा पहरा था।
आपको बता दें कि हाईकोर्ट ने गुड़िया हत्याकाण्ड प्रकरण के साथ-साथ आरोपी सूरज की हत्या के मामले की भी जांच सीबीआई को करने के आदेश दिए हैं। चुंकि सीबीआई को दो हफते में यानी 2 अगस्त तक इन मामलों से जुड़ी स्टेटस रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंपनी है, लिहाजा सीबीआई की जांच प्रक्रिया में तेजी देखी जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई की दूसरी टीम आज लगातार दूसरे दिन कोटखाई के उस जंगल का निरीक्षण कर रही है, जहां 10वीं की छात्रा का शव नग्न अवस्था में पड़ा मिला था। सीबीआई की जांच टीम पूरे साजो सामान के साथ घटनास्थल का जायजा लेकर तथ्य खंगालने की कोशिश कर रही है। हालांकि सीबीआई टीम द्वारा इस मामले में न्यायिक हिरासत में चल रहे पांच आरोपियों से पूछताछ की अभी कोई सूचना नहीं है। बीते कल भी सीबीआई टीम ने कोटखाई के हलाईला जंगल का दौरा किया था। इस मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़ा होने के बाद सबकी नजरें अब सीबीआई की जांच पर लगी हैं।