कुल्लू( नीना गौतम ): उपमंडल बंजार के अंतर्गत आने वाले गोलाहधार गांव में पहाड़ी दरकने से हुए भारी भूस्खलन से दो दर्जन लोग बाल-बाल बचे हैं। जब भूस्खलन हुआ तो यह लोग गांव के एक किनारे में थे, कुदरती भूस्खलन का मलबा कुछ दूरी पर रूका जिस कारण गांव के लोग बच गए। लोग इसे दैवीय चमत्कार भी मान रहे हैं।
उधर लगातार हो रहे भूस्खलन से गांव के 25 घरों व इसमें रहने वाले परिवारों को खतरा हो गया है। वहीं, घटना के बाद जिला परिषद अध्यक्ष रोहिणी चौधरी प्रशासन के साथ मौके पर पहुंची है और घटना को रोकने के समाधान पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। रोहिणी चौधरी ने बताया कि सोमवार रात से यहां पर लगातार भूस्खलन हो रहा है। उन्होंने बताया कि भूस्खलन के खतरे फिलहाल तीन मकान खाली कर दिए गए हैं तथा यहां के परिवारों को अन्य मकानों में शिफ्ट कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि पहाड़ी लगातार दरकती रही तो उक्त पूरे गांव पर खतरा मंडरा सकता है। उन्होंने कहा कि घटना के समय अफरा-तफरी का माहौल मचा और लोगों ने भाग कर जान बचाई है। पहाड़ी के लगातार दरकने से गोलाहधार के लोग खौफ में हैं और पूरी रात नहीं सो पाए हैं।