शिमला (एमबीएम न्यूज़) : अपनी लम्बित मांगो को लेकर नगर निगम की सैहब सोसाइटी के 800 से अधिक सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। इस वजह से शहर के करीब 40 हजार घरों से कचरा नहीं निकला। सैहब सोसाइटी वेलफेयर वर्करज संघ के बैनर तले सफाई कर्मियों ने सोमवार को उपायुक्त कार्यालय के सामने धरना दिया और नगर निगम अधिकारियों पर गम्भीर आरोप लगाए और प्रशाशन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
निगम प्रबन्धन पर कर्मियों की मांगों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए सफाई कर्मियों ने 4 दिन की हड़ताल की घोषणा की है। तब तक शहर में डोर टू ड़ोर गार्बेज ठप रहेगी। भरी बरसात में सफाई कर्मियों के हड़ताल पर जाने से शहरवासियों की दिक्कत बढ गई है। लोगों के घरों में कूड़े का ढेर जमा हो गए है और उन्हें खुद ही कूड़े को ठिकाने लगाना पड़ रहा है।
दूसरी और सफाई कर्मियों ने साफ़ कर दिया है कि उनकी मांगें नहीं मॉनी गई तो वे आत्मदाह करने तक का कदम उठाने को मजबूर हो जाएंगे।
संघ के प्रधान नरेंद्र ठाकुर ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगो में न्यूनतम वेतन 10,500 रुपए प्रदान करना और सैहब सोसायटी के कर्मियों को नगर निगम में मर्ज करना है। उन्होंने कहा कि सैहब सोसाइटी के 824 कर्मी गुरूवार तक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।