ऊना (एमबीएम न्यूज़): रीजनल अस्पताल में प्रसव के बाद गंभीर हालत के चलते पीजीआई रेफर की गई महिला की मौत के बाद के परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा कर दिया। मृतका की पहचान अकरोट निवासी सोनिका देवी के रूप में की गई है। मृतका के पति एयरफोर्स में सेवारत हैं। मृतका के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर प्रसूता के इलाज में लापरवाही बरतने के गंभीर आरोप जड़े हैं।
शुक्रवार देर शाम अस्पताल में मृतका के परिजनों और ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। जिसके चलते एएसपी मदन लाल कौशल और एसडीएम पृथ्वी पाल सिंह ने मौके पर पहुंच स्थिति को संभाला और करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लोगों को शांत किया। गौरतलब है कि रीजनल अस्पताल में दो माह में प्रसूता की मौत का यह दूसरा मामला सामने आया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच के निर्देश दे दिए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक सोनिका की माता संदेश कुमारी ने बताया कि वह अपनी बेटी सोनिका को कुछ दिन पूर्व ही प्रसव के लिए ससुराल से अपने घर पंडोगा लेकर आए थे। वीरवार सुबह सोनिका को प्रसव पीड़ा होने पर पंडोगा से ऊना अस्पताल लाया गया। जहां लेबर रूम में महिला की ऑपरेशन से डिलीवरी करवाई गई। कुछ देर बाद नवजात बालक को परिजनों को सौंप दिया गया। लेकिन सोनिका को बाहर नहीं निकाला गया। जिसके चलते उसके परिजनों को चिंता होने लगी।
संदेश कुमारी ने बताया कि फिर उन्हें पता चला कि सोनिका की हालत गंभीर हो गई है। उन्होंने कई दफा नर्सों को डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा, लेकिन लेबर रूम में दर्द से कराह रही सोनिका को नर्सिंग स्टूडेंट्स के हवाले ही छोड़े रखा। काफी देर बाद डॉक्टर को मौके पर बुलाया गया। डॉक्टर ने सोनिका की बिगड़ी हुई हालत को देखते हुए उसे पीजीआई रेफर कर दिया। पीजीआई ले जाते समय सोनिका के शरीर ने हरकत करना बंद कर दिया। जिस पर परिजनों ने नजदीकी डॉक्टर को बुलाकर चैकअप करवाया तो पता चला कि सोनिका की मौत हो चुकी थी।
सोनिका के परिजनों में कांता देवी, जतिन, अरुण कुमार और प्रवीण बाला ने आरोप जड़ा है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते ही उनकी बेटी की मौत हुई है। मृतका के परिजनों ने अस्पताल में घुस कर हंगामा कर दिया। जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग के साथ ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंच कर मामले को शांत करना पड़ा।
क्या बोला प्रशासन
प्रसूता की मौत होना दुर्भाग्यपूर्ण है। परिजनों ने घटना के संबंध में चिकित्सकों समेत स्टाफ पर आरोप जड़े हैं। जिनकी जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। वहीं दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। – डॉ. प्रकाश दड़ोच, सीएमओ ऊना।