नाहन (एमबीएम न्यूज): 1621 में बसे शहर में आज पेयजल संकट बड़ी समस्या है। आईपीएच महकमे ने साहस जुटाकर पाईपों से जुड़े सीधे टुल्लू पंप हटाने का अभियान शुरू किया, लेकिन चंद रोज में ही सियासत भी शुरू हो चुकी है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने पहले ही इस बात का खुलासा कर दिया था कि इस तरह के एक्शन प्लान से एक्सईएन साहब को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
इस मसले पर कांग्रेस व भाजपा दोनों ही सुर में सुर मिला रहे हैं। 22 तारीख को भाजपा मंडल के प्रतिनिधिमंडल ने डीसी से मुलाकात कर टुल्लू पंप हटाने की कवायद को रोकने की जोरदार सिफारिश की। इस प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के सक्रिय व ओहदेदार कार्यकर्ता तिलमिलाए हुए थे। अब चूंकि शहर में पानी की कमी लोगों की दुखती रग है। ऐसे में जब भाजपा सक्रिय है तो कांग्रेस भी कैसे पीछे रह सकती थी।
पार्टी के जिलाध्यक्ष अजय सोलंकी भी आज देर दोपहर अपने दल-बल के साथ डीसी को मिलने पहुंच गए। तुरंत ही आईपीएच विभाग को टुल्लू पंप न हटाने की सिफारिश की है। हालांकि अपने ज्ञापन में कांग्रेसियों ने यह स्वीकार किया है कि कई प्रभावशाली लोगों ने पानी के टैंकों से सीधे कनैक्शन लिए हैं।
कुल मिलाकर आम जनता को ही यह तय करना है कि पानी की पाइपों से सीधे जुड़े टुल्लू पंप हटने चाहिए या नहीं। बीते रोज ही 15 परिवारों ने आईपीएच महकमे को लिखित तौर पर यह कहा था कि डायरेक्ट टुल्लू पंप हटने की वजह से कई महीनों बाद पानी मिला है। उधर एक्सईएन राजीव महाजन ने कहा कि पायलट प्रोजैक्ट के तहत कार्यक्रम जारी रहेगा।