नाहन (एमबीएम न्यूज): संगड़ाह उपमंडल के घाटों गांव के रहने वाले 24 वर्षीय युवक रविंद्र ने नेत्रदान का फैसला लिया है। बकायदा डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज में तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर दिया है। अब उनकी पॉकेट में एक कार्ड रहता है, जिस पर यह दर्शाया गया है कि मृत्यु की स्थिति में तत्काल ही सूचित किया जाए, ताकि रविंद्र की आंखों से कोई ओर दुनिया देख सके।
अमूमन युवाओं में इस तरह का जज्बा कम ही देखने को मिलता है। स्पोर्टस महकमे में कार्यरत रविंद्र के इस महादान के पीछे एक खास वजह है। दरअसल गत वर्ष यहां दिव्यांग खिलाडिय़ों का एक टूर्नामेंट आयोजित हुआ। इसमें कई ऐसे दिव्यांग खिलाड़ी थे, जिनकी आंखों की रोशनी नहीं थी। तब ही रविंद्र ने नेत्रदान करने का फैसला ले लिया था।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत मेें रविंद्र ने कहा कि दिव्यांगों की मानसिक व शारीरिक स्थिति देखकर आंखें नम हो गई थी। बहरहाल एमबीएम न्यूज नेटवर्क रविंद्र के इस जज्बे व सोच को सेल्यूट करता है। साथ ही अपने पाठकों से आग्रह करता है कि नेत्र-रक्तदान में अपनी भूमिका जरूर निभाएं। संभव हो तो देहदान का भी फैसला जीते जी ले लें।