रामपुर (एमबीएम न्यूज़): देश की सबसे बड़े भूमिगत पावर स्टेशन नाथपा झाकड़ी पवार ने जल विद्युत उत्पादन क्षेत्र में नाम कमाने के बाद अब सौर ऊर्जा तैयार करने में भी कीर्तिमान स्थापित किया है। परियोजना ने झाकड़ी के समीप सर्जशाफ्ट में हिमाचल में अब तक स्थापित सौर ऊर्जा सयंत्रों में सब से अधिक क्षमता वाला सौर संयंत्र स्थापित किया है। इसे स्थापित कर विद्युत उत्पादन करने में 3 महीने का अल्प समय लगाया है।
इस संयंत्र के स्थापित होने से नाथपा झाकड़ी परियोजना ने सालाना करीब 32 लाख रुपये की भी बिजली बिल के रूप में बचाई है। इस 230 किलोवाट के सौर सयंत्र को स्थापित करने में 2 करोड़ की लागत आई है। गौरतलब है कि कलगीधर ट्रस्ट दवारा सिरमौर बडू साहिब में प्रदेश का सबसे बड़ा सयंत्र स्थापित किया था, जिसकी क्षमता 200 किलोवाट है।
इस सयंत्र से औसतन 1200 यूनिट यानी सालाना 4 लाख यूनिट बिजली तैयार होगी, जो परियोजना के झाकड़ी स्थित परिसर की बिजली आपूर्ति करेगा। अब तक परिसर की बिजली विद्युत बोर्ड से की जाती रही है। 1500 मैगावाट की नाथपा झाकड़ी परियोजना के महा प्रबंधक संजीव सूद ने बताया देश के प्रधानमंत्री और ऊर्जा मंत्री की सोच को साकार करने का एक छोटा सा प्रयास है। इस दिशा में और कदम बढ़ाए जा रहे है।
उन्होंने कहा इस सौर ऊर्जा संयंत्र में 740 पीवी मॉड्यूल्स है जो 3500 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्थापित है। उन्होंने बताया इस सौर ऊर्जा सयंत्र की निर्माण लागत को परियोजना छह-सात वर्षों में पूरा करेगी। इस सयंत्र की मियाद करीब बीस साल है। उन्होंने बताया नाथ झाकड़ी पावर स्टेशन आने वाले समय मे दूसरे स्थानों पर भी सौर ऊर्जा पैनल स्थापित करने का प्रयास कर रहा है। इस के तहत नाथपा और झाकड़ी के 6 गेस्ट हाउस में पेबल लगा कर बिजली तैयार की जाएगी।
उन्होंने बताया सर्जशाफ्ट में सौर ऊर्जा सयंत्र पूर्ण रूप से कम्प्यूटराइज और बिना मेन पवार के ऑटोमेटिक चलने वाला है। सर्जशाफ्ट से इसे 22 केवी में जोड़ कर बिजली झाखड़ी पहुंचाई जा रही है। परियोजना ने इस सयंत्र को स्थापित करने के लिए बाहर से विशेषज्ञयो की सहायता लिए स्वयं सफलता उर्वक तैयार की है।