नेरचौक (अमीता सेन): उपमण्डल बल्ह के अन्तर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लोहारा में दाखिला न लेने का मामला सामने आया है। हाल ही में लोहारा स्कूल को प्रदेश सरकार द्वारा अपग्रेड जमा दो किया गया था, ताकि आस-पास लगते क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने हेतू दूर के स्कूलों में न जाना पड़े। मगर कुछ एक शिक्षकों के व्यवहार के चलते सरकार द्वारा घर-द्वार पर शिक्षा देने की मुहिम को वे ठेंगा दिखा रहे हैं।
मामला लोहारा स्कूल का है जहां बुधवार को गगन कुमार जमा एक कक्षा व जितेन्द्र कुमार नवीं कक्षा सपुत्र रूप लाल, नरेश कुमार दसवीं कक्षा सपुत्र राम सिंह गांव भ्यारटा, रोहित कुमार नवीं कक्षा सपुत्र बैसाखू राम गांव ढाबण जब अपने अभिभावकों संग नजदीकी स्कूल लोहारा में दाखिला लेने हेतू पहुंचे तो स्कूल प्रधानाचार्य मीना वर्मा ने उन्हें दाखिला देने से साफ इन्कार कर दिया। अभिभावकों द्वारा बार-बार प्रार्थना करने के बावजूद भी वह नहीं मानी। जिस पर निराश अभिभावकों ने अपने क्षेत्र के जिला परिषद जगदीश नायक से मिल दाखिला न देने की शिकायत की।
जगदीश नायक जिला परिषद ने बताया कि बच्चों को दाखिला देने से मना करने पर अभिभावक मेरे पास शिकायत लेकर आये जिस पर प्रधानाचार्य को फोन कर दाखिला न देने बारे पूछा तो प्रधानाचार्य ने सही जबाव न दे फोन काट दिया। जिस कारण परेशान अभिभावकों को मजबूरन अपने बच्चों को घर से दूर अन्य स्कूल में दाखिला लेना पड़ा, जिससे क्षेत्रवासियों में प्रधानाचार्य के प्रति भारी रोष व्याप्त है।
अभिभावक अपने बच्चों को दाखिला लेने हेतू आये थे, मगर बच्चों का पिछले स्कूल में उद्दण्ड रवैये को देखते हुए उन्हें दाखिला नहीं दिया गया। मीना वर्मा- प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लोहारा
बच्चों को दाखिला देने से इन्कार क्यों किया गया, इसके बारे जांच-पड़ताल की जाएगी। वहीं स्कूल में दाखिले की तिथी बढ़ा कर 20 मई तक कर दी गई है। अशोक शर्मा, उपनिदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग मण्डी