हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : भोटा कस्बे के उझाण जंगल में शिकार के दौरान गोली लगने से हुई मौत के मामले में हमीरपुर पुलिस ने 10 शिकारियों को नामजद किया है। इन सब शिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। हालांकि गोली किसने मारी है, यह अभी भी रहस्य बना हुआ है। पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में कड़ी मेहनत कर रही है।
इसके अलावा इनमें चार शिकारियों की बंदूके व लाईलैंस देर शाम पुलिस ने अपने कब्जे में ले ली हैं। बेखौफी की हद यह है कि इन शिकारियों के टोले में ग्राम पंचायत मोरसू के प्रधान राजेश कुमार उर्फ मांगा को भी नामजद किया है, जोकि इस अवैध शिकार की जुंडली का नेतृत्व कर रहा था। निरजंन दास ने बताया कि कोहली से शिकार करने भुमाणा के लिए गए।
वहां पर भुमाणा में एक वैन मैं मांगा प्रधान व पिंकू भी आए और दो और व्यक्ति वहां के स्थानीय मिले उस समय अवतार सिंह, निगनू व मांगा प्रधान एक लोकल व्यक्ति के पास बदूकें थी वहां पर कोई शिकार न मिला तो भुमाणा से चले गए।
पटेरा के पास पहुचे तो वहां पर कुकू बिजू रांझू व तीन व्यक्ति और मिले जिन तीनो के नाम यह नही जानता जो कुकू बिजू रांझू व उन तीनो में से एक के पास बंदूक थी यह व अमित, सतीश व कुकू कुत्तो के साथ जंगल शिकार सूअर ढुढने के लिए लगाए व अवतार सिंह बिजू निगनू पिंकू व एक मोटा व्यक्ति जंगल में ऊपर की तरफ गये व निचली तरफ से मांगा प्रधान व रांझू गाड़ी में आगे गये। जब यह व अन्य कुछ दूरी पर पहुंचे तो कुकू ने बताया कि उसे फोन आया कि अबतार सिंह उर्फ गगन को गोली लगी है।
यह व अन्य वहां पर गए तो जंगल में इसका भाई अबतार सिंह गिरा पड़ा था और इसके भाई अवतार सिंह के सिर, पसली व मुंह पर गोली लगने के घाव पड़े थे व खून निकल रहा था। यह अपने भाई अवतार सिंह को यह समझकर अस्पताल लाया कि वह शायद बच जाए, लेकिन अस्पताल में डा. साहब ने उसे मृत घोषित कर दिया है। इसके भाई अबतार सिंह की मौत जंगल में शिकार करते समय गोलियां लगने के कारण हुई है।
मृतक अवतार सिंह उर्फ गगन के शव का पोस्टमार्टम राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में करवाया जा रहा है व पूछताछ के लिए दस लोगो को डिटेन किया गया है। अभियोग में अन्वेष्ण जारी है।