सोलन (एमबीएम न्यूज) : परवाणु में 30 अप्रैल सुबह की सनसनीखेज वारदात याद होगी। सरेआम गेंगस्टार से राजनीतिज्ञ बने जसविंद्र सिंह रॉकी को गाड़ी में ही गोलियों से भून दिया गया था। सनसनी फैल गई थी। दरअसल इस घटना की आज फिर उस वक्त याद ताजा हो गई, जब पंजाब की नाभा जेल से खालीस्तान के आतंकियों समेत विक्की गोंडर भी फरार हो गया।
दरअसल परवाणु शूटआउट में विक्की गोंडर का भी नाम इस कारण आया था, क्योंकि रॉकी को सरेआम शूट करने में जयपाल गैंग शामिल था। उस वक्त सोशल मीडिया में वायरल हुई तस्वीरें व संदेशों में कहा गया था कि गोंडर जयपाल का ही चेला है। हालांकि अब तक परवाणु शूटआउट में कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन बताया जा रहा है कि जयपाल की तलाश पंजाब, हरियाणा, राजस्थान व उत्तर प्रदेश के अलावा अब हिमाचल पुलिस को भी है।
उल्लेखनीय है कि आज सुबह पुलिस वर्दी में आए हथियारबंद लोग नाभा जेल से खालीस्तान के आंतकियों के समेत विक्की गोंडर को भी छुड़ा ले गए थे। यह नहीं कहा जा सकता कि इस सनसनीखेज फरारी के बाद विक्की गोंडर अपने गुरु जयपाल से मिलेगा या नहीं, जिसकी तलाश सोलन पुलिस को भी है। बताया जा रहा है कि जयपाल गैंग के तमाम लोगों ने पटियाला के स्पोर्टस हॉस्टल में एक साथ पढ़ाई की थी।
दरअसल परवाणु शूटआउट की पुनरावृति इस कारण भी हुई है, क्योंकि नाभा जेल से ही विक्की गोंडर ने इस मामले को लेकर स्टेटस अपडेट किया था। शेरा खुब्बन ने भी शूटआउट की जिम्मेदारी लेने की कोशिश की थी, हालांकि बाद में जयपाल के ही हत्यारा होने की बात सामने आई थी। इस बारे परवाणु के डीएसपी प्रमोद चौहान का कहना है कि इस शूटआउट में भी गोंडर का नाम आया था, लेकिन ड्राईवर की पहचान पर यह बात सामने आई थी कि जयपाल ने खुद ही रॉकी को शूट किया था।
हिमाचल की सीमाएं सील।
नाभा जेल से आतंकियों समेत कुल पांच कैदियों की फरारी पर हिमाचल के सीमांत क्षेत्र भी अलर्ट पर हैं। कालाअंब, ऊना, परवाणु व नूरपुर इत्यादि कुछ ऐसे प्रवेशद्वार हैं, जहां पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है। आशंका है कि कहीं फरारी के बाद कैदी देवभूमि में घुसने की कोशिश न करें। कालाअंब के थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह ने कहा कि सुबह से ही चौकसी बढ़ाई गई है। हरेक उस स्थान पर कड़ी नजर रखी जा रही है, जहां से हिमाचल की सीमा में प्रवेश किया जा सकता है।