शिमला (एमबीएम न्यूज़) : एआईसीसी के वरिष्ठ प्रवक्ता तथा राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी के उपनेता आनंद शर्मा ने सेना के सर्जिकल स्ट्राईक की कारवाई का राजनीतिकरण करने का आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रियों पर लगाया है।
शर्मा ने कहा है कि देश की सुरक्षा से जुड़े मसलों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, लेकिन मोदी सरकार इस पर खूब राजनीति कर रही है और ऐसा पेश किया जा रहा है कि सर्जिकल स्टाइल सैन्य इतिहास में पहली दफा हुई है। जबकि सच्चाई यह है कि इस तरह की सर्जिकल स्ट्राइक पूर्व में कई बार हो चुकी हैं। पिछली यूपीए सरकार के कार्यकाल में भी सर्जिकल स्टाइक हुई थी, लेकिन तत्तकालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे प्रचारित नहीं किया। इससे उल्टा एनडीए इस कार्यवाही को प्रचारित कर इसका राजनीतिक फायदा उठाने का प्रयास कर रही है।
आनंद शर्मा ने कहा कि रक्षा मंत्री का यह दावा करना कि पिछले तीस सालों में पहली बार सर्जिकल स्टाइक हुई है। यह सीधे-सीधे सेना का अपमान है और मोदी सरकार को इससे बचना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि सैन्य कार्यवाही को गलत ढंग से प्रचारित कर केंद्र सरकार देश के आंतरिक मुददों से लोगों का ध्यान हटाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि 29 सितम्बर की सर्जिकल स्टाईक के बाद भी कश्मीर के हालातों में सुधार नहीं आया है तथा तब से लेकर पाकिस्तान ने 29 बार युद्व विराम का उल्लंघन किया तथा कश्मीर में कई जगह आतंकी वारदातें भी हुईं।
आनंद शर्मा ने कहा है कि देश की सीमाओं पर खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है और इसे लेकर केंद्र सरकार को सजग रहना चाहिए। शिमला में आज पत्रकारवार्ता में शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान के इरादे सही नहीं हैं और उसे यह बात समझनी चाहिए कि आतंकवाद न तो दक्षिणी एशियाई देशों की सेहत के लिए अच्छा है और न ही खुद पाकिस्तान के लिए।
एक सवाल के जवाब में आनंद शर्मा ने कहा कि पाक कलाकारों का भारत में विरोध नहीं होना चाहिए। उन्होंने तर्क दिया कि नागरिक और आतंकवादियों के बीच हमें फर्क समझना चाहिए और खिलाडि़यों व कलाकारों को आतंकवादियों की नजरों से नहीं देखना चाहिए। एक अन्य सवाल में उन्होंने माना कि मोदी सरकार ने पाकिस्तान को पहले की तरह कुछ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग किया है, लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है।
वीरभद्र सरकार की कारगुजारियों पर शर्मा ने कहा कि सरकार बढि़या काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मण्डी रैली में मोदी ने पूर्व भाजपा मुख्यमंत्रियों शांता कुमार और धूमल का तो गुणगान किया। लेकिन हिमाचल निर्माता कहे जाने वाले यशवंत सिंह परमार, रामलाल ठाकुर और वर्तमान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का जिक्र न करके उनका अपमान किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू के बदलने की चर्चाओं पर आनंद शर्मा ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि यह कांग्रेस आलाकमान सोनिया और राहुल गांधी के अधिकार क्षेत्र में है।