कालाअंब (एमबीएम न्यूज) : शक्तिपीठ त्रिलोकपुर में संडे सनसनी के गुनाहगारों को पुलिस ने बेनकाब कर दिया है। मंगलवार दोपहर इस मामले से पूरा पर्दा हटा दिया गया। मौत के घाट उतरी युवती 24 वर्षीय भानुमती मूलत: यूपी के बरेली की रहने वाली थी, जो खुद भी विवाहिता थी। उसका प्रेम प्रसंग अरुण के साथ चल रहा था। हत्या की वजह अरुण को ब्लैकमेलिंग रही।
26 वर्षीय जिस शख्स अरुण शरोही उर्फ राज निवासी बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) के साथ वह कुछ समय से नारायणगढ़ में रह रही थी, वहीं इस सनसनीखेज वारदात का मुख्य गुनाहगार निकला है। इस मामले में दो अन्य आरोपी 20 वर्षीय विश्वजीत कुमार उर्फ झंडू निवासी नालंदा (बिहार) व साढ़े 19 वर्षीय संजू कुमार उर्फ सन्नी निवासी मेहनपुरी (उत्तर प्रदेश) को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। घटनास्थल पर युवती की पहचान को लेकर कोई भी सुराग नहीं था। केवल भानुमती की एक ऐसी तस्वीर थी, जिसका चेहरा भी पहचान पाना कठिन था। लेकिन पुलिस ने हिम्मत नहीं हारी।
इसी तस्वीर के बूते ही जब शिद्दत से मौत के घाट उतारी गई भानुमती की शिनाख्त करने का अभियान छेड़ा तो चंद घंटों में ही एक महिला मिली, जिसने पहचान कर दी। साथ ही भानुमती का उठना-बैठना किसके साथ था, इसका भी सुराग दे दिया। बगैर देरी करे, पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत तीन को दबोच लिया। जब मुख्य आरोपी राज हत्थे चढ़ा तो गुनाह से पूरा पर्दा हट गया।
पूछताछ में पता चला कि राज अपने साथ दो अन्य दोस्तों को लेकर भानुमती के साथ त्रिलोकपुर की तरफ गया था। इस दौरान बीयर भी पी थी। पीडि़ता की राज से लेन-देन को लेकर अनबन हो गई। इसी दौरान पीडि़ता के सिर पर भारी भरकम पत्थर से वार कर दिया गया, जिससे न केवल पीडि़ता की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, बल्कि सिर के टुकड़े लगभग 6 से 6 फीट की दूरी पर जाकर गिरे। अब पुलिस को केवल एक सवाल का जवाब ओर तलाशना है कि भानुमती की हत्या की साजिश पहले से रची गई थी या नहीं। पुलिस रिमांड के दौरान इस सवाल का जवाब भी तलाशा जा सकता है।
उधर मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद धीमान ने कहा कि तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि हत्या की गुत्थी पूरी तरह से सुलझा ली गई है। उन्होंने कहा कि पीडि़ता के परिजनों से भी संपर्क साधा जा रहा है। एएसपी ने कहा कि शव के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी जल्द मिल जाएगी।
इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में कालाअंब के थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह ने भी बड़ी भूमिका निभाई।