मंडी (वी कुमार) : शिमला में युग हत्याकांड प्रकरण के बाद इन दिनों हिमाचल प्रदेश पुलिस ने लापता नाबालिगों की तलाश के लिए अपना सर्च ऑपेरशन जरा तेज कर दिया है। शिमला में जिस प्रकार से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे, उसके बाद पुलिस ने बाकी जिलों में लापता लोगों को तलाश करने के लिए अपने अभियान को गति दे दी है।
मंडी जिला की अगर बात करें तो यहां पर बीते एक वर्ष में 32 नाबालिगों के लापता होने की रिपोर्ट विभिन्न पुलिस थाना में दर्ज करवाई गई, जिसमें से पुलिस ने समय रहने 23 नाबालिगों को ढूंढ कर परिजनों के हवाले कर दिया है। 32 में से 9 नाबालिग अभी भी ऐसे हैं, जिन्हें पुलिस तलाश करने में अभी तक जुटी हुई है। लापता हुए नाबालिगों की आयु 12 से 17 वर्ष के बीच बताई जा रही है, जिन्हें पुलिस तलाश कर रही है। 9 लापता नाबालिगों में 6 लड़कियां और 3 लड़के शामिल हैं।
लापता लड़कियों में कमला देवी पुत्री राज कुमार निवासी करसोग, करसोग उपमंडल के धारली गांव की तनुजा देवी पुत्री परस राम, बल्ह की पूनम कुमारी पुत्री देवी रूप, डुगरांई की उमी हनिया पुत्री याकुब मोहम्मद, तरयांबली की किरणा कुमारी पुत्री दिनेश कुमारी और जोगिंद्रनगर की रवीना पुत्री विजय कुमार शामिल है।
परिजनों ने पुलिस के पास गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने के साथ ही अपहरणकर्ताओं के नाम भी दर्ज करवाए हैं, जिनपर शादी की मंशा से अपहरण करने का आरोप लगाया है। पुलिस इन सभी लड़कियों की तलाश में जुटी हुई है। जबकि लड़कों के अपहरण के मामलों में भी पुलिस पूरी जांच पड़ताल कर रही है। मंडी जिला पुलिस ने लापता हुई लड़कियों और लड़कों की जानकारी अन्य थानों को भी दे दी है और साथ ही जिला पुलिस ने स्पेशल इंवेस्टिगेटिंग टीम का गठन करके तलाशी अभियान में गति दे दी है।
एएसपी मंडी कुलभूषण वर्मा ने बताया कि लापता हुए लड़के-लड़कियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही इन सभी को तलाश करके परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा।