शिलाई (शैलेंद्र कालरा): राजनैतिक इतिहास इस बात का गवाह है कि सिरमौर के कांग्रेसियों ने वीरभद्र सिंह का साथ कभी नहीं छोड़ा। बेशक ही मौजूदा मुख्यमंत्री कितनी भी दिक्कतों में फंसे हो। लेकिन बावजूद इसके कांग्रेस सरकारों के कार्यकाल में विकास को लेकर अनदेखी ने भाजपा को कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने का मौका दिया।
तीन सीटों पर भाजपा काबिज हो गई। चौथी सीट निर्दलीय की झोली में गई। मात्र रेणुका सीट भी इस कारण झोली में आ गई, क्योंकि दिवंगत कांग्रेसी नेता डा. प्रेम सिंह के बेटे विनय कुमार को मतदाता मौका देना चाहते थे। लेकिन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का मौजूदा कार्यकाल अपने पुराने समय से जुदा नजर आ रहा है। इसकी दो वजह हो सकती हैं। पहली यह कि मुख्यमंत्री को इस बात का एहसास है कि वह पांच बार प्रदेश के मुख्यमंत्री इससे पहले बने। लेकिन सिरमौर को जो कुछ मिलना चाहिए था, वो नहीं मिला। लिहाजा इस कार्यकाल में कर्ज उतारना चाहिए। दूसरी बड़ी वजह 2017 का विधानसभा चुनाव भी हो सकता है।
तीन साल के कार्यकाल पर अगर गौर किया जाए तो कई बड़ी योजनाएं यहां मिली है। आईआईएम व मेडिकल कॉलेज बड़ी बात है। शुक्रवार को एक योद्धा की तरह जैसे मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शिलाई हल्के का दौरा किया, उससे यह बात साफ तौर पर नजर आ रही है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट को भाजपा से वापस लेना है। गौर करने वाली बात यह भी है कि शिलान्यासों व उद्घाटनों की लंबी फेहरिस्त होने के कारण मुख्यमंत्री ने शिलाई पहुंचने का कार्यक्रम एक घंटा ओर एडवांस कर लिया था।
शिलाई जनसभा में क्या बोले सीएम?
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस स्वच्छ राजनीति में विश्वास करती है और क्षेत्र, धर्म की राजनीति नहीं करती तथा न ही लोगों को जाति के आधार पर बांटने में विश्वास करतीहै। वह आज जिला सिरमौर में शिलाई में एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि घटिया राजनीति की शरण में वही जाते हैं, जो लोगों के कल्याण के बजाय अपने हित सिद्ध करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों की स्वेच्छा से सेवा करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में भाजपा की दो बार सरकारें बनीं और उन्होंने मेरे खिलाफ झूठे मामले बनाए तथा दोनों ही बार सेशन ट्रायल से गुजरे और पाक साफ होकर निकले। अब उनके आय कर मामले की तीन जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं, जो अपने आप में हैरानी की बात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस हमेशा ही लोगों का समग्र विकास कर सशक्त करने की नीति पर विश्वास करती रही है और लोगों को आधारभूत सुविधाएं व गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने केप्रति वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति शिक्षित हो और देश का जिम्मेवार नागरिक बनकर राष्ट्र निर्माण में अपना सहयोग दे।