नाहन (शैलेंद्र कालरा): उत्तराखंड के राजनीतिक संकट पर अपने समर्थित विधायकों से मंत्रणा करने वीरवार को खुद निवर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक गुपचुप तरीके से निवर्तमान मुख्यमंत्री ने विधायकों से जमटा स्थित ग्रैंड व्यू रिजोर्ट में मुलाकात की। पुख्ता सूत्रों के मुताबिक निवर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत 12 बजे के आसपास जमटा पहुंचे। करीब एक घंटा यहा रुकने के पश्चात करीब पौने 2 बजे जैतक हैलीपैड से वापसी की उड़ान भर ली। इस बात की पुष्टि किसी भी स्तर पर नहीं की जा सकती कि निवर्तमान मुख्यमंत्री की विधायकों से क्या मंत्रणा हुई।
अलबत्ता यह जरूर तय है कि उत्तराखंड के सियासी संकट का हल हिमाचल में करने की कोशिश की जा रही है। निवर्तमान मुख्यमंत्री के आने की खबर पुलिस व खुफिया तंत्र को भी देरी से मिली। खबर मिलते ही छठी आईआरबी बटालियन ने जमटा की तरफ कूच किया। तब तक निवर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने हैलीकॉप्टर से वापस देहरादून की तरफ लौटने की तैयारी कर चुके थे। सनद रहे कि जमटा के ग्रैंड व्यू रिजोर्ट में 19 कांग्रेसी विधायकों को अज्ञातवास में रखा गया था। यह बात सार्वजनिक होने की स्थिति में विधायकों को शिफ्ट करने की कोशिश भी हुई। लेकिन निवर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत के जमटा पहुंचने से यह बात तो साबित हो गई कि विधायकों ने ठिकाना नहीं बदला था।
चूंकि जमटा के नजदीक जैतक का हैलीपैड, हिमफैड के अध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह की निजी संपत्ति है, लिहाजा निवर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत के हैलीकॉप्टर की लैंडिंग को लेकर कांग्रेसी नेता अजय बहादुर सिंह से सहमति ली गई। यह बात जरूर सामने आई थी कि 8 अप्रैल के आसपास तमाम विधायक वापस उत्तराखंड लौट सकते हैं। उत्तराखंड की कांग्रेस ने अपने विधायकों को पिछले वीरवार जमटा के ग्रैंड व्यू रिजोर्ट में भेजा था। कुछ दिन पहले भी निवर्तमान मुख्यमंत्री के जमटा आने की अफवाह फैली थी, लेकिन हकीकत में पूर्व मुख्यमंत्री वीरवार को जमटा पहुंचे।
उधर हिमफैड के अध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह ने माना कि जैतक में हैलीकॉप्टर उतारने के लिए उनसे अनुमति ली गई।