देहरादून (एमबीएम न्यूज): हल्द्वानी में विदेशी पहलवानों से हारे द ग्रेट खली ने शनिवार रात विदेशियों से बदला ले लिया। विदेशी रेसलर ब्रॉडी स्टील ने अपने दो साथियों के साथ फिर खली को ललकारा, लेकिन सिर पर पट्टी बंधी होने के बावजूद खली नेे विदेशी रेसलरों से ठीक उसी तरीके से बदला लिया, जिस तरीके से उनके सिर पर कुर्सियां मार कर घायल किया गया था। तकरीबन 30 हजार दर्शक उत्तराखंड की राजधानी में इस शो के साक्षी बने।
हालांकि शो के दौरान कुछ कमियां भी सामने आई, लेकिन तर्क दिया गया कि भारत की धरती पर भी इस तरह के शो को आयोजित करना, अपने आप में एक अनोखी पहल है। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के नैनीधार गांव में भी खली की जीत से खुशी का माहौल है। बड़े भाई मंगल सिंह ने कहा कि हल्द्वानी में खली के चोटिल होने से परिवार को चिंता हो गई थी। इसी कारण वह खुद भी भाई को देखने मैक्स हॉस्पिटल गए थे। सबसे बड़ी बात यह रही कि महानगरों से दूर पहाड़ी राज्य के सीधे-सादे लोग हल्द्वानी में भारत में सबसे पहले रेसलिंग के साक्षी बने।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में द ग्रेट खली ने कहा कि आलोचनाएं स्वाभाविक हैं, लेकिन 30 हजार लोगों का क्रेज इस बात को साबित करता है कि जनता जो चाहती है, वो सर्वोपरि होता है। खली ने कहा कि पंजाब ने उन्हें काफी कुछ दिया है। अब अगला शो 5 मार्च को पंजाब की धरती लुधियाना में हो रहा है। उन्होंने हल्द्वानी व देहरादून में उत्तराखंड सरकार के सहयोग पर भी आभार प्रकट किया।