शिमला (शैलेंद्र कालरा): हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला की कहलूर रियासत के राजपरिवार की बेटी अपूर्वी चंदेल शूटिंग के अंतरराष्ट्रीय जगत में धमाल मचा रही है। गुवाहाटी में चल रही साउथ-एशियन गेम्स (SAG)में बुधवार (10 फरवरी 2016) को अपूर्वी ने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में दो गोल्ड मैडल हासिल किए। व्यक्तिगत स्वर्ण पदक के अलावा अपूर्वी ने टीम स्पर्धा का भी स्वर्ण पदक जीता। इस सफलता के बाद ही 23 वर्षीय बेटी का हिमाचल कनेक्शन पता चला।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह भी है कि अपूर्वी ने ब्राजील के रियो में आयोजित हो रहे ओलम्पिक्स में भी एंट्री पाई है। दरअसल अपूर्वी अपने माता-पिता कुलदीप व बिंदू चंदेल के साथ अब राजस्थान के जयपुर में सैटल है। यही कारण था कि हिमाचल की इस बेटी की उपलब्धियां राज्य में अभी तक चर्चा में नहीं आई हैं। भारत से इस बार चार शूटर्स को ओलम्पिक का टिकट मिला है। इसमें अपूर्वी भी शामिल है।
शूटिंग के नेशनल कोच दलीप चंदेल, जिनका ताल्लुक भी बिलासपुर से है, ने गुवाहाटी से एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कहा कि अपूर्वी का निशाना अचूक है। उन्होंने बताया कि अपूर्वी हर साल अपने माता-पिता के साथ धार्मिक अनुष्ठान में हिस्सा लेने बिलासपुर आती हैं।
अपूर्वी का परिवार कहलूर पंचायत के शासक राजा खडग़ चंद का वंशज है, जिनका निधन 1839 में हुआ था। 4 जनवरी 1993 को जन्मी अपूर्वी ने अप्रैल 2015 में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में कांस्य पदक जीत कर ओलम्पिक्स का टिकट हासिल करने में सफलता प्राप्त की थी। वह दूसरी भारतीय है, जिन्हें कॉमन वैल्थ व एशियन गेम्स के बाद ओलम्पिक कोटा मिला है।
उधर अपूर्वी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि अगला लक्ष्य 2016 के ओलम्पिक गेम्स हैं। अपूर्वी से पहले हिमाचल के खाते में अंतरराष्ट्रीय शूटर विजय कुमार व समरेश जंग भी ओलम्पिक एंट्री कर चुके हैं।