नाहन (एमबीएम न्यूज): पंचायतीराज व स्थानीय निकायों के चुनाव में विधायक डॉ. राजीव बिंदल को हराने के मकसद से गठबंधन की संभावना है। इसमें तमाम कांग्रेसी नेता तो एकजुट होंगे ही, साथ ही इस टीम में पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा व पूर्व विधायक सदानंद चौहान को भी साथ लिया जाएगा। हालांकि इस तरह का गठबंधन विधानसभा चुनाव में भी बना था, लेकिन उस समय परिस्थितियां अलग थी। चुनाव से पहले भाजपा की सरकार काबिज थी। इस हलके में जिला परिषद की कालाअंब व बनकला के अलावा माजरा सीट है।
कालाअंब सीट के अनारक्षित होने के कारण कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा को प्रत्याशी के चयन में खासी मशक्कत करनी पड़ेगी। जबकि 34 पंचायतें हैं। बीडीसी की 18 सीटें हैं। इसके अलावा नाहन नगर परिषद से 13 पार्षद भी चुने जाने हैं। इन आंकड़ों का अंकगणित किसकी तरफ झुकता है, यह तो समय ही बताएगा। अलबत्ता इतना जरूर है कि बिंदल का विरोधी खेमा एकजुट होने की कोशिश में दिन-रात लगा हुआ है। इसमें पूर्व विधायक कुश परमार व अजय बहादुर के बीच की दूरियों को मिटाना, पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा, सदानंद चौहान को साथ लाना व कांग्रेस के विकास कार्यों का प्रचार शामिल है। इस समूचे गठबंधन की कप्तानी सिरमौर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय सोलंकी कर रहे हैं।
रविवार को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नाहन हलके में दौरे के बाद भाजपा में खासी हलचल है। सोमवार को भाजपा ने नाहन में इश्तहार बंटवा कर यह बताने का प्रयास किया कि मुख्यमंत्री ने उन योजनाओं के शिलान्यास किए हैं, जिसके लिए भाजपा संघर्ष कर रही थी। सवाल यह उठता है कि इस तरह के इश्तहार क्यों बंटवाए गए हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक मुख्यमंत्री की नाहन हलके में बढ़ती सक्रियता को लेकर कहीं न कहीं डॉ. राजीव बिंदल चिंतित हो सकते हैं। कुल मिलाकर चुनावों को लेकर समीकरण बनाए जाने लगे हैं।