नाहन: शिशु विद्या निकेतन पब्लिक स्कूल में बचपन के दो दोस्तों की जोड़ी ने दसवीं की परीक्षा में मैरिट स्थान अर्जित कर माता-पिता के साथ-साथ गुरुओं का नाम रोशन किया है। पुडला गांव के रहने वाले शगुन चौहान ने 97.86 प्रतिशत अंक हासिल कर मैरिट सूची में सातवां स्थान हासिल किया है, जबकि नवीन सरस्वती ने 97.71% अंक हासिल कर आठवां स्थान अर्जित किया है। नतीजा जारी होने के बाद दोनों ही दोस्तों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। स्कूल बंद होने की वजह से ही दोनों ही दोस्त अपने-अपने गांवों में हैं।
पढ़ाई में होशियार बच्चे बचपन से ही एक-दूसरे के काफी करीबी हैं। यही कारण है कि एमबीएम न्यूज की प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भी जोड़ीदार रहते हैं। सातवीं व आठवीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान इस जोड़ी ने दो मर्तबा नकद पुरस्कार जीते। एक मर्तबा टीम को 30 हजार का नकद पुरस्कार मिला था,जबकि दूसरी बार 35 हजार की नकद राशि पर कब्जा किया था। एक सवाल के जवाब में नवीन ने कहा कि नकद पुरस्कार के तौर पर जीती गई राशि को भविष्य के लिए सुरक्षित रखा है।
नवीन की सफलता में एक अहम बात यह है कि वह अपने बहन-भाइयों के साथ अकेले ही नाहन में रहता है। अक्सर उसे रात का खाना भी बनाना पड़ता था। जनवरी 2019 में दादी के निधन के बाद उसकी मम्मी को संगड़ाह उपमंडल के पंजोड़ गांव जाना पड़ा था। पिता रामभज सरस्वती आईपीएच महकमे में कार्यरत हैं, जबकि मां शीला सरस्वती गृहिणी है। स्कूल के मेधावी छात्रों की कामयाबी पर खुशी प्रकट करते हुए प्रधानाचार्य कुंदन ठाकुर ने कहा कि इन बच्चों पर “होनहार बिरवान के होत चिकने पात” वाली कहावत चरितार्थ होती है।
स्कूल के स्टाफ को पूरी उम्मीद थी कि यह बच्चे मैरिट सूची में स्थान अर्जित कर सकते हैं। मैरिट में सातवां स्थान अर्जित करने वाले शगुन चौहान के पिता भूपेंद्र सिंह इस समय उच्च शिक्षा विभाग के उप निदेशक कार्यालय में अधीक्षक के पद पर तैनात हैं। जबकि माता ममता देवी गृहिणी है। पिता भूपेंद्र चौहान ने कहा कि दोनों ही दोस्तों की बचपन से काफी बॉन्डिंग है। अक्सर ही पढ़ाई को लेकर भी आपस में खूब चर्चा करते हैं। उधर शगुन का कहना था कि दोनों ही पढ़ाई में एक- दूसरे के विचारों का आदान-प्रदान करते थे।
एमबीएम न्यूज की जारी रहेगी सीरीज