नाहन (एमबीएम न्यूज): राज्य सरकार कुछ लोगों द्वारा रेणुका क्षेत्र के निवासियों को झांसे में लेकर अपने नाम पर मुखतारनामे करने तथा बांध निर्माण कंपनी को आगे अधिक कीमतों पर जमीन बेचने के मामले संबंधी अनियमियतताओं की जांच कर रही है।गौरतलब है कि 2014 में अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेले के उदघाटन पर मुख्यमंत्री ने बांध में अनियमिताओं की जांच के आदेश तत्कालीन डीसी को दिए थे, जिसकी रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई। इसके बाद अलग से जांच की जिम्मेदारी विजीलेंस को दी गई है। लेकिन इसकी जांच रिपोर्ट अभी लंबी है।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह आज सिरमौर जिले के रेणुका विधानसभा क्षेत्र के संगड़ाह में विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित बनाया जाएगा कि जब कभी भी विकासात्मक परियोजनाओं के लिए भूमि का अधिग्रहण किया जाए तो भूमि के असली मालिकों को पर्याप्त मुआवजा मिले। उन्होंने लोगों को आगाह किया कि ऐसे लोगों को अपना मुखतारनामा न दें जो गरीब भूमिहीन किसानों का फायदा उठाते हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेणुका बांध परियोजना का निर्माण कार्य जल्द ही पूरा किया जाएगा। वीरभद्र सिंह ने नौहराधार उप तहसील को स्तरोन्नत कर तहसील का दर्जा तथा निकट भविष्य में ददाहू को तहसील बनाने की घोषणाएं की। उन्होंने राजकीय महाविद्यालय संगड़ाह में आगामी शैक्षणिक सत्र से विज्ञान व वाणिज्य की कक्षाएं आरंभ करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार रिक्त पदों पर नियुक्त किये गए पीटीए अध्यापकों को ग्रान्ट उपलब्ध करवाएगी।
मुख्यमंत्री ने संगड़ाह में खण्ड प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय खोलने, नौहराधार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने तथा हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड का इलेक्ट्रीकल उपमण्डल कार्यालय खोलने और संगडाह में 33 केवी विद्युत उपकेन्द्र खोलने की घोषणाएं की। उन्होंने रजाणा-मैना-बनुआल सिंचाई योजनाओं को पर्याप्त वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाने की भी घोषणा की।
क्षेत्र के विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रातवा से गेहल सडक़ पर 70 लाख रूपये की राशि, सैंज-शिवपुर सडक़ पर 3.70 करोड़ रूपये तथा मैना स्थित डा. प्रेम सिंह मैमोरियल स्टेडियम पर 78 लाख रूपये की राशि खर्च की जा रही है। उन्होंने कहा कि 1 करोड़ रूपये की राशि खर्च करके रेणुका तीर्थ बोर्ड भवन का निर्माण किया जाएगा। नाहन के भाजपा विधायक के संबंध में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नाहन के लोगों को ऐसे लोगों से बचना चाहिए जो प्रलोभन देने की कोशिश करते हैं और हमेशा अन्यों की विकास योजनाओं का श्रेय लेते हैं।
वीरभद्र सिंह ने 12 पात्र भूमिहीन/आवासहीन परिवारों को तीन बिस्वा नौतोड़ भूमि के कागजात भी सौंपे। यह प्रदेश सरकार की राज्य के गरीब भूमिहीन एवं आवासहीन परिवारों को आश्रय प्रदान करने की नीति की वचनबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि जिन लोगों की वार्षिक आय 50 हजार रूपये से कम है, उनमें शहरी क्षेत्रों के गरीब आवासहीन परिवारों को दो बिस्वा तथा ग्रामीण क्षेत्र के आवासहीन परिवारों को तीन बिस्वा भूमि उपलब्ध करवाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि 48 लोगों को पहले ही भूमि उपलब्ध करवाई जा चुकी है। उन्होंने जिला प्रशासन को उपयुक्त सरकारी भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिये ताकि शीघ्र इसका आबंटन भूमिहीनों में किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कुल 94 महाविद्यालयों में से 90 कालेज सत्तासीन रही कांग्रेस सरकारों के कार्यकाल में खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दूर दराज के क्षेत्रों के कालेजों में लड़कियों की संख्या लडक़ों से अधिक देखकर वह गर्वित महसूस करते हैं।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि राजकीय कालेज नाहन के अतिरिक्त खण्ड केे निर्माण पर 22 करोड़ रूपये की राशि खर्च की जाएगी। मु यमंत्री ने आज के वैश्वीकरण एवं विकास के दौर में अपनी प्राचीन पर पराओं, भाषा एवं रीति-रिवाजों को हर हाल में संरक्षित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमारी समृद्ध संस्कृति हमारी पहचान है।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए स्वीकृत तीन मेडिकल कालेजों में से एक नाहन में खोला जाएगा और सर्वप्रथम इसको क्रियाशील किया जाएगा।