बिलासपुर/नाहन (एमबीएम न्यूज): लाइफ के हीरो बनकर उभरे सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के टारू के रहने वाले सतीश तोमर बाहर निकलते ही मुस्कुरा रहे थे।
बाहर निकलते ही हाथ जोडक़र मुस्कुराते हुए अभिनंदन करता सतीश।यह बात तस्वीरें बयां कर रही हैं। हाथ जोडक़र तमाम जनसमूह व रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे जवानों का हाथ जोडक़र धन्यवाद किया।जैसा सतीश के बड़े भाई विनोद तोमर ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क को बताया, उसके मुताबिक सतीश चाहता था कि वह चलकर ही वाहन तक जाए। वह नहीं चाहता था कि उसे स्ट्रैचर पर लिटाकर एंबूलेंस में डाला जाए। लेकिन सतीश की इस जिद को डॉक्टर ने नहीं माना।
हीरो के अंदाज में सतीश।यही बात दर्शाती है कि चार दिन तक भूखे रहकर शेष दुनिया से कटे रहे सतीश के जिंदगी की जंग जीतने को लेकर हौंसले बुलंद थे। समूचे प्रशासन के अलावा हर कोई सतीश के बुलंद इरादों की प्रशंसा कर रहा है। इस वक्त सतीश व मनीराम बिलासपुर के जिला अस्पताल में दाखिल हैं।
टनल में प्रवेश करता एनडीआरएफ का जवान।विनोद तोमर के मुताबिक दोनों ही अपने दोस्तों से मिल रहे हैं। साथ ही हंसी मजाक भी कर रहे हैं।
अस्पताल में उपचाराधीन मनीराम।बड़े भाई ने अब तक सतीश से टनल के भीतर के अनुभव को लेकर कोई बात नहीं की है क्योंकि डॉक्टरों ने सतीश व मनीराम से टनल में बिताए समय को लेकर कोई बात न करने की सलाह दी है। उधर तीसरे मजदूर ह्रदयराम की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा।