भुंतर : कहते है अगर हौसलों में उड़ान हो तो इंसान बहुत कुछ कर सकता है। यहाँ हम बता रहे है जिला कुल्लू की ग्राम पंचायत हाट की रहने वाली एवं आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बजौरा की पूर्व छात्रा दीक्षा की। दीक्षा ने सोलन में 12 फरवरी 2019 को साईंस मैथमेटिक्स एंड ऐनवाइरमेंट एग्जीबिशन फ़ॉर चिल्ड्रन की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लिया। अब दीक्षा का चयन छत्तीसगढ़ में होने वाली राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में हो गया है।
दीक्षा ने इस प्रतियोगिता में रिसोर्स मैनेजमेंट में मल्टी इनोवेटिव चूल्हे का मॉडल तैयार किया था। इससे पहले भी दीक्षा ने दो बार नेशनल चिल्ड्रन साईंस कांग्रेस बारामती महाराष्ट्र, नैशनल साईंस सेंटर दिल्ली, इंस्पायर अवार्ड आईआईटी दिल्ली में पुरस्कार प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी है। मल्टी इनोवेटिव चूल्हे की ख़ास बात यह रही कि दीक्षा मध्यम वर्गीय और किसान परिवार से संबंध रखतीं है। हाट गांव की रहने वाली है। दीक्षा के माता का नाम विद्या देवी और पिता का नाम वीरबल है। परिवार खेती करके ही अपना गुज़र बसर करता है।
मल्टी इनोवेटिव चूल्हे की खासियत यह है कि यह एक ही समय तीन व्यजंन बना सकता है व पानी भी गर्म करता है। धुंए के प्रदूषण कारको भी कम करता है। लकड़ी की मात्रा कम होती है। दीक्षा ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय बजौरा स्कूल के साईंस अध्यापक पंकज वर्मा और पूर्व प्रधानाचार्या मृदुला शर्मा को दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता ने भी उनका पूरा साथ दिया और तभी वो घर से बाहर जा सकी। साथ ही उन्होंने बताया कि मल्टी इनोवेटिव चूल्हे के कांसेप्ट को साईंस अध्यापक के साथ मिलकर आगे बढ़ाएंगी।
वही साईंस अध्यापक पंकज शर्मा ने बताया कि दीक्षा ने मल्टी इनोवेटिव चूल्हे के कांसेप्ट को आगे बढ़ाने में काफी मेहनत की है। साथ ही उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि साईंस मैथमेटिक्स एंड ऐनवाइरमेंट एग्जीबिशन फ़ॉर चिल्ड्रन की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता से अक्टूबर माह में छत्तीसगढ़ में होने वाली राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में चयन होने के लिए दीक्षा को बधाई दी।