शिमला : करीब पौने 2 महीने पहले वन विभाग ने हिमाचल में 113 वन रक्षकों के पदों को लेकर सीधी भर्ती प्रक्रिया की अधिसूचना जारी की थी, इससे पहले इन नियुक्तियों को मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी प्रदान की गई। हैरानी यह है कि अब तक इस भर्ती के आवेदन प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। इससे भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेने के इच्छुक उम्मीदवारों में मायूसी है।
तर्क दिया जा रहा है कि देरी के कारण न्यूनतम उम्र की शर्त पर असर पड़ेगा, ओवर ऐज हो जाने की वजह से सैकड़ों को भर्ती प्रक्रिया से वंचित होना पड़ सकता है। इसके अलावा तर्क यह भी है कि विधानसभा के धर्मशाला व पच्छाद में होने वाले उपचुनाव का भी असर पड़ सकता है। इसके विपरीत लिखित परीक्षा रद्द हो जाने के बावजूद पुलिस की भर्ती तेजी से चल रही है। विभाग ने 8 सितंबर को दोबारा लिखित परीक्षा का कार्यक्रम भी जारी कर दिया है,जबकि वन महकमा वन रक्षकों की भर्ती को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क को लगातार युवाओं द्वारा मैसेज भेज कर इस मामले को सरकार के समक्ष उठाने की मांग की जा रही है। वन रक्षकों की भर्ती धर्मशाला, हमीरपुर, कुल्लू, नाहन, रामपुर, सोलन, बिलासपुर, मंडी व चंबा के अलावा शिमला वन वृत्त में की जानी है।