घुमारवीं: चंद रोज पहले महिला की गोद से बच्ची को छीनने की कोशिश की शिकायत पुलिस तक पहुंची, इससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई,क्योंकि मामला बेहद ही गंभीर था। लिहाजा पुलिस ने फूंक-फूंक कर कदम उठाना शुरू कर दिया,अब इस मामले में जबरदस्त मोड़ आया है। इसके मुताबिक बच्चे चुराने की कोशिश की शिकायत करने वाले ही अपहरणकर्ता निकले हैं। सनद रहे कि भराड़ी थाना में एक मामला दर्ज हुआ था। इसके तहत कहा गया कि छोटे बच्चे को अगवा करने की कोशिश की गई। मामला पट्टा के रहने वाले योगराज उर्फ लक्की ने दर्ज करवाया था।
पुलिस ने उन प्रवासियो को हिरासत में ले लिया,जिन पर बच्चे को अगवा करने के आरोप लगाए गए थे। मामला गंभीर होने की वजह से एसपी साक्षी वर्मा ने सीधे ही जांच को अपनी निगरानी में ले लिया। खुद भी मौके का दौरा किया। प्रवासी मजदूरों के बयान से पुलिस आश्चर्यचकित रह गई। मजदूरों का कहना था कि वह तीन लोग
हटवाड़ में घूम रहे थे, सामने एक कार रुकी। कार सवार युवकों ने उनसे गाली-गलौज शुरू कर दी। मारपीट के दौरान दो साथी डर कर भाग गए। उत्तर प्रदेश के रहने वाले अकाश पुत्र रामरतन ने पुलिस को बताया की मारपीट के बाद उसे जबरन ही कार में बैठाकर पंजेहड़ा की तरफ ले जाया गया। जांच में आरोप झूठे पाए जाने पर पुलिस ने शिकायतकर्ता योगराज व बालकृष्ण को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि दोनों युवक प्रवासी व्यक्ति को हटवाड़ से अगवा कर दूसरी जगह ले गए थे। उल्लेखनीय है कि इस मामले में पुलिसकर्मियों पर भी नशे की हालत में घटनास्थल पर पहुंचने का आरोप लगा था,लेकिन प्रारंभिक जांच में शराब के के सेवन की पुष्टि नहीं हुई थी। शुरुआती जांच में ही इस बात का अंदाजा लग रहा थाा कि बच्चे को चोरी करने के प्रयास का आरोप बेबुनियाद है। प्रदेश में फैल रही अफवाहों का इस मामले में नाजायज फायदा उठाने की कोशिश की गई है,इस बात की आशंका एमबीएम न्यूज नेटवर्क में पहले भी जाहिर की थी। एक तर्क यह भी दिया जा रहा है कि मजदूरों को बच्चा चोर गिरोह समझ कर पिटाई की गई हो फिर एक को पुलिस के हवाले करने के मकसद से कार में बिठाया गया हो। बहरहाल गलतफमही की वजह से सनसनी बनने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
बच्चे चोरी की शिकायत पुलिस को जब दूसरी बार मिली तो तुरंत ही मामला दर्ज किया गया। बुधवार की रात में 3 प्रवासी मजदूरों पर बच्चे को अगवा करने की कोशिश का आरोप लगा था, इसके बाद पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर एसडीएम के समक्ष पेश किया, यहां से रिहा होने के बाद फिर तीनों मजदूरों पर वीरवार की रात बच्ची की दोबारा किडनैपिंग की कोशिश की बात कही गई। इस बार पुलिस ने मजदूर को हिरासत में लेने की देरी नहीं की। इसके बाद ही मामले का नया पहलू उजागर हुआ।